पिछोर। खबर जिले के पिछोर अनुविभाग के मायापुर थाने की सीमा के अंतर्गत आने वाले गांव पीपलखेडा गांव से आ रही हैं कि गांव के रहने वाली एक वृद्ध के घर में घुसकर आरोपियो ने उसकी नाक काट दी और उसके अंधे बेटे का कान काट दिया।
बताया जा रहा हैं कि घायल वृद्ध का बडा बेटा गांव में ही रहने वाली एक घर की बहू को भगा ले गया। इस कारण गुस्से में आकर आरोपी पक्ष ने बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपियो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैं।
जानकारी के मुताबिक फरियादी राजो आदिवासी (परिवर्तित नाम) निवासी पीपलखेड़ा ने मायापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वृद्ध महिला का कहना है कि आंखों से दृष्टिहीन बेटा लल्ला आदिवासी (परिवर्तित नाम) शुक्रवार की रात 8 बजे घर के बाहर बैठा था। इसी दौरान आरोपी उत्तम, कल्ला व शोभा आए। तीनों मिलकर दिव्यांग बेटे लल्ला से गाली-गलौज करने लगे। लल्ला ने रोका तो तीनों मिलकर उसकी मारपीट करने लगे।
तीनों आरोपियों ने मिलकर कुल्हाड़ी से राजो आदिवासी की नाक काट दी जबकि उसके दृष्टिहीन बेटे लल्ला का कान काट दिया। इसके बाद तीनों आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस पूछताछ में पीड़ित वृद्ध महिला राजो आदिवासी ने बताया कि उसका बड़ा बेटा राधे आदिवासी एक साल पहले आरोपी शोभाराम के तीसरे बेटे गंगाराम की बहू को भगाकर ले गया है। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने उसकी नाक व बेटे का कान काटा है।
पुलिस ने आरोपी शोभाराम आदिवासी और उसके दो बेटे उत्तम आदिवासी और कल्ला आदिवासी के खिलाफ धारा 324,323, 294,506 भादवि के तहत मुकदमा पंजीबद्ध कर लिया है। पुलिस विवेचना के दौरान मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर अन्य धाराओं का इजाफा करेगी। घटना के बाद घायल राजो आदिवासी और उसके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं घटना के बाद से तीनों आरोपी फरार हैं।
उधर इस घटना के बाद से पीपलखेड़ा गांव में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि गांव में आरोपी फिर ऐसी ही घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए फरियादी पक्ष को पुलिस की सुरक्षा दी जाने चाहिए।