शिवपुरी। यह फोटो नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के कार्यकाल की पोल खोल रही है। जिसे देखकर हर कोई सोचने को मजबूर हो गया है। हालात यह है कि मुन्नालाल की नगर पालिका अपने बचे कार्यकाल में महज अपनी व्यवस्थाओं को सुद्रण करनेे में जुटी हुई है। परंतु जिस जनता ने उन्हें प्रतिनिधि चुना है उससे इन्हें कोई लेना देना नहीं है। यह तस्वीर मुन्नालाल के कार्यकाल को पोल खोलने के लिए काफी है। जिसमे एक अर्थी को शहर के मध्य से ले जाया जा रहा है। जिसमें कंधे पर अर्थी और हाथ में चप्पल यह बोलता फोटो ही काफी है इनके भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए।
इन दिनों शिवपुरी के कई वार्डों की हालत तो ऐसी है कि वहां से गुजरने वाले लोगों को अर्थी कांधे पर और हाथों में चरण पादुका लेकर गुजारना पड़ रहा है जब चुनाव नजदीक आते हैं तो यह अपने बैनर और पोस्टरों पर कर्मठ,ईमानदार, लगन शील और मेहनती कह कर लोगों को गुमराह करते हैं। लेकिन जैसे ही जनता इनको चुनती है और 5 साल तक शहर का विकास की ओर अग्रसर या विनाश की ओर,इसकी किसी को चिंता नही।
ऐसा ही कुछ मामला वार्ड क्रमांक 37 नगरपालिका क्षेत्र का है जहाँ के मुखिया नगर पालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह केवल लक्ष्मी कमाने में लगे है और शहर गर्त की ओर लगातार बढ़ रहा है वार्ड 37 में आज कुछ अलग ही नजारा देखने को आया । जिसमे वार्ड के लोग अपने कंधो पर अर्थी और हाथों में चरण पादुकाएं लिए हुए दिखाई दे रहे है धिक्कार है ऐसे शिवपुरी के जनप्रतिनिधयों को जो केवल अपनी कुर्सी के लिए शिवपुरी के भोली भाली जनता को मूर्ख बनाते है।
इन दिनों शिवपुरी के कई वार्डों की हालत तो ऐसी है कि वहां से गुजरने वाले लोगों को अर्थी कांधे पर और हाथों में चरण पादुका लेकर गुजारना पड़ रहा है जब चुनाव नजदीक आते हैं तो यह अपने बैनर और पोस्टरों पर कर्मठ,ईमानदार, लगन शील और मेहनती कह कर लोगों को गुमराह करते हैं। लेकिन जैसे ही जनता इनको चुनती है और 5 साल तक शहर का विकास की ओर अग्रसर या विनाश की ओर,इसकी किसी को चिंता नही।
ऐसा ही कुछ मामला वार्ड क्रमांक 37 नगरपालिका क्षेत्र का है जहाँ के मुखिया नगर पालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह केवल लक्ष्मी कमाने में लगे है और शहर गर्त की ओर लगातार बढ़ रहा है वार्ड 37 में आज कुछ अलग ही नजारा देखने को आया । जिसमे वार्ड के लोग अपने कंधो पर अर्थी और हाथों में चरण पादुकाएं लिए हुए दिखाई दे रहे है धिक्कार है ऐसे शिवपुरी के जनप्रतिनिधयों को जो केवल अपनी कुर्सी के लिए शिवपुरी के भोली भाली जनता को मूर्ख बनाते है।