श्रीजी वेयर हाउस घोटाला: जबरन सर्वेयर को बना रहे है आरोपी, माफिया डॉक्टर को छोड़ दिया | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर जिले के कोलारस अनुविभाग में मीडिया द्धारा लगातार खबरे प्रकाशित करने के बाद अब प्रशासन की नींद खुली है। अब प्रशासन ने इस मामले में एफआईआर की तैयारी कर ली है। हांलाकि इस मामले में प्रशासन ने समिति प्रबंधक,गोदाम मालिक और सर्वेयर पर एफआईआर  के आदेश जारी कर दिए है। परंतु इस मामले में प्रशासन ने जांच के दौरान समिति प्रबंधक और गोदाम मालिक के तो कथन ले लिए परंतु इस मामले में सर्वेयर का पक्ष जानने का भी प्रयास नही किया है। 

जानकारी के अनुसार बीते रोज शिवपुरी समाचार डॉट कॉम को सूचना मिली थी कि कोलारस के श्रीजी बेयर हाउस में चना खरीदी में जमकर धांधली की जा रही है। इस सूचना पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम मौके पर पहुंची और जाकर देखा तो वहां चने में बजरी मिलाकर उसे समिति प्रबंधक लक्ष्मण रावत,विक्रेता उमाशंकर धाकड खफाने की तैयारी में है। इस मामले की सूचना तत्काल कोलारस एसडीएम आईएएस आशीष तिवारी को दी। आशीष तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे और देखा तो वहां जमकर धांधली सामने आई। तत्काल प्रशासन की जिला स्तरीय टीम गठित की और इस वेयर हाउस को सील कर दिया।

उसके बाद जब मामले का खुलासा हुआ तो सामने आया कि उक्त वेयर हाउस में 2950 बोरी अमानक चना खरीदकर रखबा दिया है। इस मामले की जांच डिप्टी कलेक्टर पल्लवी वैश्य और उनकी नौ सदस्यीय टीम ने की। इस टीम ने जांच में समिति के प्रबंधक लक्ष्मण रावत और गोदाम संचालक रोहित विंदल के तो बयान दर्ज कर लिए। परंतु सर्वेयर की और से कोई भी वयान नहीं लिए। इस मामले में सर्बेयर का आरोप है कि उसने उक्त माल को पास नहीं किया। अपितु जबरन समिति प्रबंधक इस नॉन एफक्यू चने को गोदाम में रखबा रहा था। इसकी शिकायत सर्वेयर ने अपनी टीम सहित बरिष्ठ अधिकारीयों से भी की। परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।

इस मामले में प्रशासन ने चने को बेचने आए डॉक्टर उमाशंकर धाकड को क्लीन चिट दे दी। जबकि उक्त पूरे मामले में सबसे ज्यादा दोषी तो विक्रेता उमाशंकर धाकड है। जिसे प्रशासन ने कलीन चिट दे दी। यहां बता दे कि उमाशंकर धाकड कोलारस में एक झोलाछाप डॉक्टर है। जिसकी क्लीनिक को प्रशासन ने सील कर दिया था। परंतु उक्त डॉक्टर ने उच्च स्तर की नेतागिरी के चलते प्रशासन की सील की हुई दुकान को खोलकर पुन: मौत का सौदा कर रहा है। डॉक्टर की उंची पहुंच के चलते प्रशासन उस पर कार्यवाही करने से परेज कर रहा है।

इनका कहना है
इस मामले में मेरे तो वयान लिए ही नहीं गए। मेने तो उक्त माल पास किया ही नहीं। समिति प्रबंधक जबरन उक्त नॉन एफक्यू चने को गोदाम मे रखबा रहा था। इसकी शिकायत मेने वरिष्ठ अधिकारीयों से भी की। परंतु मेरी कोई सुनने बाला नहीं है। मेने जब माल पास ही नहीं किया है। फिर मेरे खिलाफ एफआईआर का तो सबाल ही नहीं बनता,अब मुझे तो जबरन फसाया जा रहा है।
सुनील शर्मा,सर्वेयर श्रीजी वेयर हाउस

यह मामला जिला स्तर का है। मेरे पास एफआईआर का आदेश आया है। में एफआईआर करा रहा हूं। अब अगर सर्वेयर को अपना पक्ष रखना है तो वह जिले की कमेटी के सामने अपना पक्ष रखे।
आशीष तिवारी,आईएएस,एसडीएम कोलारस।

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