बहू के लिये परिजनों ने दिनदहाड़े कराया बेटे का अपहरण, चक्करघिन्नी हुई पुलिस | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। फिरौती के लिए अपहरण, किसी को जान से मारने के लिए अपहरण अभी तक आपने देखा और सुना होगा, लेकिन बेटा नाराज होकर घर से परेशान है और बहू परेशान है, तो उसके लिए अपहरण। हां शिवुपरी में कल ऐसा ही एक अपहरण दिनदहाड़े किया गया। जिसकी सूचना पर 3 घंटे पुलिस चक्करघिनी रही। हालाकि इस मामलेे का पटाक्षेप होते ही कोतवाली पुलिस के दिल में शांति पहुंची। 

बताया जा रहा है कि कल शाम लगभग 5:30 बजे पुलिस अधीक्षक बंगले के पीछे एक साईकल सवार के पास एक काले कलर की बुलेरो रूकी और उसमें कुछ व्यक्ति उतरे और साईकिल सवार को उठाकर गाडी में पटककर फरार हो गए।  

इस घटना को लाईव देख रहे लोगो की दिल की धड़कने बड गई कि एक व्यक्ति का सरेआम सरेराह अपहरण कर लिया। मामले की सूचना डायल 100 के साथ-साथ सिटी कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी की खोजबीन शुरू की गई। 

व्यक्ति को उठाए जाने की घटना के समय कुछ लड़कियां मौके पर खड़ी थीं जिन्होंने गाड़ी का नंबर एमपी 31 और बीच के दो अक्षर याद नहीं थे। लास्ट के चार अंक 0449 बताए। लोगों ने बताया कि गाड़ी एमएम हॉस्पिटल की तरफ गई है। पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर गाड़ी का सही नंबर एमपी31 बीए0449 सामने आया। यह बोलेरो गाड़ी श्याेपुर के विजयपुर तहसील के इकलौद निवासी रामेश्वर धाकड़ की निकली। रामेश्वर से संपर्क करने पर आगे की कहानी सामने आई। 

घर से भाग आया था बंटी 
गाडी मालिक रामेश्वर धाकड ने बताया कि  विजयपुर तहसील का बवनवास गांव के दिलीप धाकड़ का भाई बंटी धाकड़ शिवपुरी में रहता था। घर लौटकर नहीं आने से पत्नी भी परेशान थी। इसलिए ढाई हजार रुपए देकर किराए से गाड़ी लेकर शिवपुरी आए और यहां से बंटी धाकड़ को जबरन उठाकर ले गए। बंटी शिवपुरी में ही रहकर गाड़ी चलाता था।

वही इस मामले में पुलिस का कहना है कि यह तरीका ठीक नही था, लेकिन मामला घर का था किसी ने शिकायत दर्ज नही कराई, इस कारण कायमी नही की गई। 
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