July 2025 hindu festival - इस माह में 21 दिन रहेगा श्रावण मास

Bhopal Samachar

शिवपुरी। विदेशी कैलेंडर का जुलाई माह शुरू हो चुका है। जुलाई से नया शिक्षा सत्र शुरू हो जाता है। इस बार 11 जुलाई शुक्रवार से हिंदू कलैडंर का पांचवा माह श्रावण शुरू हो रहा है,जो 9 अगस्त को पूर्णिमा के साथ समाप्त होता है। ऐसे में सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई 2025 को पड़ रहा है। सनातन धर्म की मान्यताओं को अनुसार हिंदू त्योहारों में सबसे बड़े त्यौहार का दर्जा प्राप्त है इसका कारण बारिश को बताया गया है,अगर बारिश नहीं होगी तो खेतों में फसल नहीं होगी,नवजीवन संचार के लिए बारिश अति आवश्यक है। जुलाई माह के 20 दिन श्रावण माह के होगें।

जुलाई माह में इस बार भी त्योहारों की न केवल एक लंबी श्रृंखला है, बल्कि सावन माह और चातुर्मास की शुरुआत भी होगी। वहीं गुरु पूर्णिमा पर गुरू की पद पूजा भी होगी। हालांकि भारत में हर महीना पर्व और परंपराओं से भरा रहता है, लेकिन जुलाई का महीना विशेष रूप से धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस समय बारिश का मौसम होने से धरती हरी-भरी हो जाती है और वातावरण में पवित्रता बढ़ जाती है।

यही वजह है कि जुलाई माह 2025  भी खास रहने वाला है, क्योंकि इस दौरान कई बड़े त्योहार एक के बाद एक आने वाले हैं। गुरु पूर्णिमा. हरियाली तीज, नाग पंचमी, देवशयनी एकादशी जैसे पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि इनसे सामाजिक और सांस्कृतिक रंग भी जुड़ा होता है।

दो तिहाई सावन जुलाई में 
इस जुलाई में सावन माह की शुरुआत होगी और दो तिहाई सावन जुलाई में रहेगा। सावन माह भगवान शिव को समर्पित होता है। इस पूरे महीने में शिव भक्त जलाभिषेक करते हैं और सोमवार व्रत रखकर शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त करते हैं। यह माह वर्षा ऋतु का प्रतीक है और इसे आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर माना जाता है। सावन के 3 सोमवार जुलाई में ही आएंगे और लोग भोले बाबा की पूजा करेंगे।

इस माह में 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी है, उसके बाद 8 को प्रदोष व्रत, 10 को कोकिला व्रत, गुरु पूर्णिमा व्रत, आषाढ़ पूर्णिमा, 11 को सावन मास शुरू, 14 को पहला सावन सोमवार, गजानन संकष्टी चतुर्थी, 15 जुलाई 2025 पहला मंगला गौरी व्रत, 16 को कर्क संक्रांति, 21 को दूसरा सावन सोमवार, कामिक एकादशी, 22 जुलाई को प्रदोष व्रत, 23 को सावन शिवरात्रि, 24 को हरियाली अमावस्या, सावन अमावस्या, गुरु पुष्य योग, 27 को हरियाली तीज, 28 को सावन तीसरा सोमवार, विनायक चतुर्थी, 29 को नाग पंचमी, 30 को कल्कि जयंती और 31 जुलाई को तुलसीदास जयंती मनाई जाएगी।

शिव और शक्ति का समर्पित है श्रावण मास
सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इसे सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है क्योंकि यह भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने में, भक्त भगवान शिव की पूजा, व्रत और जलाभिषेक करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

भगवान शिव का प्रिय महीना
सावन भगवान शिव को बहुत प्रिय है, और इस महीने में उनकी पूजा करने से विशेष फल मिलता है।

देवी पार्वती की तपस्या
पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में ही कठोर तपस्या की थी।

प्राकृतिक घटनाएं
सावन का महीना वर्षा ऋतु का समय होता है, जब प्रकृति हरी-भरी और सुंदर हो जाती है। यह समय भगवान शिव के तांडव नृत्य से भी जुड़ा है, जो सृष्टि के विनाश और पुनर्निर्माण का प्रतीक है।

विभिन्न त्योहार
सावन के महीने में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि शिवरात्रि, जो भगवान शिव को समर्पित है।

भक्ति और आध्यात्मिकता का महीना
सावन का महीना भक्ति और आध्यात्मिकता का महीना माना जाता है, जब लोग भगवान शिव की पूजा-अर्चना करके अपने जीवन को धन्य बनाते हैं।

मनोकामनाओं की पूर्ति
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सुखी वैवाहिक जीवन
अविवाहित लड़कियां सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखकर मनचाहा वर पाने की कामना करती हैं।