SHIVPURI NEWS - प्रसव के लिए पहुंची प्रसूता को नहीं मिला इलाज, गर्भस्थ शिशु की मौत-हंगामा

Bhopal Samachar

नरेन्द्र जैन @ खनियाधाना। पिछोर विधानसभा के खनियाधाना तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम दिदावनी निवासी हरिभान पाल की गर्भवती पत्नी को शनिवार सुबह 6 बजे प्रसव पीड़ा होने पर परिजन  बामौरकलां के शासकीय स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। लेकिन दुर्भाग्यवश दोपहर 2 बजे तक अस्पताल में न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही किसी प्रकार की चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध थी।

स्वास्थ्य विभाग की इस घोर लापरवाही के चलते समय पर इलाज न मिलने से गर्भस्थ शिशु की दर्दनाक मृत्यु हो गई। महिला को न तो कोई प्राथमिक उपचार दिया गया, न ही जरूरी इंजेक्शन, एक मां को अपनी कोख की संतान खोने का असहनीय दुख झेलना पड़ा।

पीड़ित परिजनों ने बताया कि मौके पर मौजूद स्टाफ ने अव्यवहार करते हुए मदद के बजाय अपशब्द कहे और संवेदनशीलता की हदें पार कीं। इतना ही नहीं, 108 एंबुलेंस चालक ने महिला को वाहन में ले जाने से मना कर दिया, जिससे मजबूर होकर परिजन निजी वाहन से महिला को दूसरे अस्पताल ले गए।

गौर करने वाली बात यह है कि बामौरकलां स्वास्थ्य केंद्र पर लंबे समय से डॉक्टरों की नियमित अनुपस्थिति की समस्या बनी हुई है। हाल ही में पदस्थ डॉक्टर राजा मेहंदी खान का 10 जून को कोलारस सीएचसी में ट्रांसफर हो गया, लेकिन अब तक कोई नया डॉक्टर नियुक्त नहीं किया गया है। यह अस्पताल क्षेत्र की लगभग 50 पंचायतों के लोगों के लिए जीवनरेखा माना जाता है, लेकिन यहां के हालात यह बयां कर रहे हैं कि आमजन को कैसे इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है।

घटना के बाद ग्राम दिदावनी सहित आसपास के ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने इस घटना को मानवता के खिलाफ अपराध बताते हुए प्रशासन से मांग की है कि दोषी स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई की जाए, मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और अस्पताल में डॉक्टरों की नियमित उपस्थिति तथा समुचित चिकित्सा सुविधाएं तत्काल सुनिश्चित की जाएं।