शिवपुरी। शिवपुरी शहर की आबादी चांदपाठा तालाब,मडीखेडा डैम और ट्यूबवेल के पानी पर अपनी प्यास बुझाने के लिए निर्भर है। मडीखेडा की लाइन पूरे शहर में नही डलने के कारण आधा शहर चांदपाठा के पानी पर आश्रित है,लेकिन गर्मी ने अपना प्रचंड रूप धारण कर लिया है,इसलिए चांदपाठा तालाब में पानी तेजी से कम हो रहा है। चांदपाठा तालाब के पानी पर वन्य प्राणियों का भी अधिकार है एक निश्चित वाटर लेवल के बाद माधव नेशनल पार्क प्रबंधन नगर पालिका को पानी देने से मना कर देता है।
अब कुछ ही समय आ गया है जब चांद पाठा तालाब के पानी वाटर लेवल 1124 फुट के कुछ इंच ऊपर है। 1124 फुट पर पानी आते ही माधव नेशनल पार्क पानी को रोक देगा। वर्तमान में नगर पालिका प्रतिदिन 5 एमएलडी पानी आधे शहर को सप्लाई कर रही है, उस चांदपाठा झील का जलस्तर अब और घट गया है। यही वजह है कि माधव टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने नगर पालिका से दो टूक कह दिया है कि आधा फीट पानी आप चांदपाठा झील से और ले सकते हैं, क्योंकि जैसे ही इसका लेवल 1124 फीट पर आ जाएगा।
नगर पालिका अधिकारियों का कहना है कि चांदपाठा झील से मिलने वाले पानी से हम आधे शहर को पानी सप्लाई करते हैं। अभी मानसून आने में 15 दिन शेष हैं, इसलिए उन्होंने पार्क प्रबंधन से पानी की सप्लाई जारी रखने का आग्रह किया है। पानी नहीं मिला तो परेशानी खड़ी हो जाएगी। कुल मिलाकर पार्क प्रबंधन वन्य प्राणियों के लिए तो नगर पालिका शहरवासियों को पानी मिल सके इस जद्दोजहद में जुट गए हैं।
जमीनी हकीकत
शहर के वार्ड क्रमांक 21 के पार्षद रघुराज गुर्जर ने बताया कि मड़ीखेड़ा पाइप लाइन से कनेक्शन ही नहीं हुए हैं। जिससे पानी की सप्लाई चांदपाठा झील से होने वाली सप्लाई पर निर्भर हैं। यहां हम और कट्टियों की लाइन लगाकर लोग पानी का इंतजार करते हैं।
वार्ड क्रमांक 32 की पार्षद गोमती अशोक जाटव ने बताया कि कमलागंज के एक हिस्से में लाइन बिछी ही नहीं है। यही स्थिति हमारे वार्ड के अन्य हिस्सों में भी है। जब तक पानी की पूरी व्यवस्था नहीं बनेगी तब तक वार्डवासी परेशान होते रहेंगे।
वार्ड 21, 22, 32, पुरानी शिवपुरी और फिजिकल में पानी सप्लाई झील से
चांदपाठा झील से शहर के वार्ड क्रमांक 21, 22, 32 सहित पुरानी शिवपुरी के विभिन्न हिस्सों और कुछ क्षेत्र फिजिकल में भी पानी की सप्लाई होती है। इन हिस्सों में मड़ीखेड़ा लाइन चालू नहीं है। यही वजह है कि एक साथ कई घरों में वहां की सप्लाई बंद हो जाने से पानी की परेशानी बढ़ जाती है। नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि पिछले 8 दिन से पानी की सप्लाई के लिए बिछे पाइपों को पार्क प्रबंधन ने हटा दिया है। इससे शहर के कुछ हिस्सों में पानी की किल्लत है। इस संबंध में नपा अधिकारियों ने वन विभाग के अधिकारियों से बातचीत की तो वह बोले-पानी हम नहीं रोक रहे नगर पालिका ही पानी निकालने का इंतजाम सही नहीं कर पा रही है।
हमारी कलेक्टर साहब से बात हुई हैं
रिजर्व प्रबंधन आधा फीट ही पानी देने की कह रहा पानी सप्लाई बंद होने से हालात बिगड़े हैं लेकिन हम व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कलेक्टर से भी बात हुई है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने कह दिया है कि आधा फीट पानी और ले लीजिए, इसके बाद हम सप्लाई नहीं दे सकेंगे।
ईशांक धाकड़, सीएमओ नपा
वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ रही है
वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ी है इसलिए पानी ज्यादा चाहिए इस बार वन्य प्राणियों की संख्या अधिक है, इसलिए हम एक फीट से अधिक पानी नहीं दे सकते। आधा फीट पानी हम दे चुके हैं, आधा फीट और दे सकते हैं। इसके बाद नपा को व्यवस्था करनी होगी, क्योंकि वन्य प्राणियों के लिए भी पानी की आवश्यकता है।
वृंदावन यादव, रेंजर दक्षिण क्षेत्र, माधव टाइगर रिजर्व, शिवपुरी