SHIVPURI NEWS - शिक्षक ने लगाए प्राचार्य पर रिश्वत लेने के आरोप, पढिए पूरी रिश्वत रेट लिस्ट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी के पोहरी विकासखंड के शासकीय हाई स्कूल अगर्रा में पदस्थ शिक्षक महेश कुमार जाटव ने संकुल प्राचार्य भरत सिंह धाकड़ पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। शिक्षक ने ये आरोप शासकीय वाट्सएप ग्रुपों में एक संदेश के माध्यम से सार्वजनिक किए, जिसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया।

शिक्षक महेश कुमार जाटव ने आरोप लगाया है कि संकुल प्राचार्य धाकड़ शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों से विभागीय कार्यों के बदले में रुपए की मांग करते हैं। उन्होंने कुल 6 बिंदुओं में प्राचार्य पर रिश्वत के आरोप लगाए हैं, जिनमें परीक्षाओं के प्रश्नपत्र, रिजल्ट अनुमोदन, प्रमोशन प्रक्रिया और एरियर निकासी से संबंधित आरोप शामिल हैं।

ये हैं शिक्षक द्वारा लगाए गए आरोप -
1. कक्षा 9वीं और 10वीं की तिमाही एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा के एक सेट प्रश्न पत्र के लिए 100 रुपए की रिश्वत ली गई।
2. कक्षा 5वीं से 8वीं तक की बोर्ड परीक्षाओं के केंद्रों से 1 हजार, जबकि एकीकृत शालाओं से 1 हजार 500 की वसूली की गई।
3. कक्षा 9वीं के रिजल्ट को मंजूरी देने के लिए 1 हजार की रिश्वत ली गई।
4. प्रमोशन की प्रक्रिया में 2 हजार लेने का आरोप लगाया गया है।
5. प्रमोशन का एरियर निकालने के बदले 3 हजार से 4 हजार तक की रिश्वत मांगी गई।
6. साथ ही, व्यंग्य करते हुए लिखा गया कि अगर भरत सिंह धाकड़ एक साल और संकुल प्रभारी रहे, तो "संकुल को और ऊंचाई पर पहुंचाने की संभावना है।"

आरोपों का आधार पर मांगे गए सबूत

शिकायत सामने आने के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया है। शिक्षक महेश कुमार से आरोपों का आधार और सबूत मांगे गए हैं। साथ ही उनसे ये भी पूछा गया है कि क्या उन्होंने पहले किसी वरिष्ठ अधिकारी को लिखित या मौखिक शिकायत दी थी। विभाग ने स्पष्ट किया कि पहले शिकायत न करना सेवा नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।

प्राचार्य से भी मांगा जवाब

संकुल प्राचार्य भरत सिंह धाकड़ को भी निर्देशित किया गया है कि वे लगाए गए आरोपों पर दस्तावेजों सहित अपना पक्ष स्पष्ट रूप से रखें। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर तय समय सीमा में दोनों पक्षों से संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो मामला वरिष्ठ कार्यालय को अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित पक्ष की होगी।

प्राचार्य ने कहा - आरोप दुर्भावनापूर्ण और निराधार

संकुल प्राचार्य भरत सिंह धाकड़ ने खुद पर लगाए गए सभी आरोपों को पूरी तरह से निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया है। उनका कहना है कि वे अपने संकुल में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल माह में जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ के निर्देश पर शासकीय हाई स्कूल अगर्रा का निरीक्षण किया गया था, जिसमें शिक्षक महेश कुमार जाटव अनुपस्थित पाए गए थे। इस आधार पर उनका एक दिन का वेतन काटा गया था। धाकड़ का कहना है कि इसी व्यक्तिगत रंजिश के चलते उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि नोटिस का जवाब भी भेज दिया गया है।