पोहरी। शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील कार्यालय में तहसीलदार के रीडर को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ग्वालियर द्वारा योजना अनुसार रंगे हाथों पकड लिया गया। बताया जा रहा हैं कि एक जमीनी मामले में फरियादी ने तहसीलदार को शिकायत की,जिस पर तहसीलदार द्वारा एक अतिक्रमण हटाने का आदेशा जारी कर दिया गया,लेकिन रीडर ने इस मामले में फरियादी से 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की,इस पर फरियादी ने लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत दर्ज करवाई,वहीं योजना अनुसार रीडर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
जानकारी के अनुसार फरियादी अतर सिंह धाकड़ निवासी रणधीर ने लोकायुक्त को शिकायत दी थी कि उसकी जमीन बरईपुरा गांव में स्थित है, जो रणधीर से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। इस जमीन से लगे हुए नाले पर ओमप्रकाश शाक्य सहित कुछ अन्य लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था, जिससे नाले का पानी खेत में घुसने लगा और अतर सिंह के भाई की फसलें खराब हो रही थीं।
तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने हेतु किया था ओदश जारी—
वहीं बता दें कि इस संबंध में अतर सिंह के भाई द्वारा तहसील में शिकायत की गई जिसके बाद कार्यालय में आवदेन प्रस्तुम किया गया। तहसीलदार निशा भारद्वाज ने मामले में अतिक्रमण हटाने का आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन रीडर पुनीत गुप्ता ने कार्यवाही के एवज में 10,000 की रिश्वत की मांग कर दी।
ग्वालियर लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ा रीडर को रिश्वत लेते समय—
इसके बाद अतर सिंह धाकड़ ने 10 जून को ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की। लोकायुक्त निरीक्षक टीआई कवींद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में शुक्रवार को योजना बनाई गई और जैसे ही फरियादी ने 10,000 की रकम रीडर पुनीत गुप्ता को दी, टीम ने उसे तहसील परिसर में रंगे हाथों पकड़ लिया।