SHIVPURI NEWS - सहकारी बैंक को कंगाल करने वाले 6 अधिकारी संस्पैंड,पढिए खबर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी की कोलारस शाखा से 80.52 करोड़ रुपए का गबन करने वाले चपरासी (इंचार्ज कैशियर) को आखिरकार 3 साल बाद बर्खास्त कर दिया है। साथ ही चार बैंकिंग सहायक और एक निलंबित ब्रांच मैनेजर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। 26 नवंबर को बैंक की स्टाफ कमेटी की बैठक में निर्णय के बाद 9 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनमें 6 को नौकरी से निकाला गया है।

रिटायर्ड मैनेजर रमेश राजपूत के सारे क्लेम जब्त कर लिए हैं। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कोलारस शाखा में तीन साल पहले 80.52 करोड़ रुपए का गबन सामने आया था। इसका मुख्य सरगना चपरासी राकेश पाराशर था। उसने कैशियर के चार्ज में इतनी बड़ी राशि का गबन कर बैंक को कंगाली की कगार पर खड़ा कर दिया। गबन का आरोपी राकेश इन दिनों जेल में है।

अब पाराशर के साथ ही दो अन्य बैंकिंग सहायक सौरभ मेहर और यादवेंद्र यादव को भी बर्खास्त किया गया है। इसके अलावा बैराड़ शाखा से 49.68 लाख रुपए के गबन के दूसरे मामले में शाखा प्रबंधक प्रेमनारायण को भी बर्खास्त किया गया है।

पोहरी व नरवर शाखा में गंभीर लापरवाही के चलते दो बैंकिंग सहायक सुशील चौहान व सुरेश काले की भी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। नरवर की बैंकिंग सहायक प्रतीक्षा भार्गव की एक वेतनवृद्धि और खतौरा के बैंकिंग सहायक सर्जन सिंह भदौरिया की पदोन्नति रोक दी गईं हैं।

पूरी अवधि के लिए पदोन्नति रोकी

खतौरा शाखा के बैंकिंग सहायक सर्जन सिंह भदौरिया की सेवा की पूरी अवधि के लिए पदोन्नति रोक दी है। वहीं नरवर शाखा की बैंकिंग सहायक प्रतीक्षा भार्गव निलंबित थीं। एक वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से रोककर उन्हें बहाल कर दिया है। प्रतीक्षा पर आरोप था कि ग्राहकों की लाइन होने के बाद भी कैश काउंटर बंद कर शिवपुरी चली आईं।

6 को बर्खास्त किया गया है

स्टाफ कमेटी की बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए थे। जांच रिपोर्ट आने के बाद 9 लोगों पर कार्रवाई की है। इनमें से 6 को बर्खास्त किया है। रिटायर मैनेजर के क्लेम जब्त किए हैं।
-आरके दुबे, महाप्रबंधक, जिला सहकारी बैंक, शिवपुरी