SHIVPURI NEWS - अभिभाषक संघ ने नायब तहसीलदार के खिलाफ सौंपा ज्ञापन, कहा झूठा मामला दर्ज कराया है

Bhopal Samachar

पोहरी। पोहरी थाना अंतर्गत ग्राम पिपरघार में 17 जून को नायब तहसीलदार सहित राजस्व अमले के साथ हुई मारपीट के प्रकरण में शुक्रवार आरोपित पक्ष ने कलेक्टर और एसपी को आवेदन देकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर अभिभाषक संघ ने भी ज्ञापन सौंपते हुए मामले को निरस्त करने की मांग की है।

मामले में आरोपित आनंद पुत्र बृजमोहन धाकड़ ने कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक को सौपे आवेदन में उल्लेख किया है कि नायब तहसीलदार ने उनके खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज कराया है। आवेदन में उल्लेख है कि ग्राम पिपरघार में नल योजना के अन्तर्गत ग्रामीण लोगों के यहां नल कनेक्शन लगाने के लिए पानी की लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है।

जिससे ग्राम पिपरधार का मुख्य आम-रास्ता ठेकेदार द्वारा खुर्दबुर्द कर दिया गया है। बारिश होने के कारण ग्रामीणों का रास्ते पर चलना, फिरना और निकलना भी मुश्किल हो गया है। इसी के चलते ग्रामीणों ने परेशान होकर एक ज्ञापन एवं पंचनामा 24 जून को नायब तहसीलदार टप्पा छर्च तहसील पोहरी को रास्ते को सुधारने के संबंध में दिया।

इस पर नायब तहसीलदार द्वारा ग्रामीणों से कहा गया कि उक्त कार्य पंचायत सीमा क्षेत्र में आता है, इसलिए आप लोग ग्राम पंचायत पिपरघार के सरपंच से मिलकर उक्त समस्या का निराकरण करा लें। इसके बाद ग्रामीणों ने एक पंचनामा ग्राम पंचायत के सरपंच सरिता धाकड़ को दिया गया तथा उनके द्वारा मुरम इत्यादि डालकर रास्ता सही करने का आश्वासन दिया।

आवेदन में उल्लेख है कि ग्रामीण जन अत्यधिक परेशान हो रहे थे तथा सरपंच द्वारा यह कहे जाने पर कि ग्राम पंचायत के लोग आपस में मिलकर रास्ते को सही कर लें, इसी कारण ग्रामीणों द्वारा लाल मुरम बिछाकर रास्ता ठीक करने का प्रयास किया जा रहा था।

इसी दौरान वहां अचानक नायब तहसीलदार प्रमोद तोमर व अन्य लोग पहुंच गए। उन्होंने मुंशी कुशवाह, मनोज कुशवाह, सतेन्द्र कुशवाह के ट्रैक्टरों को रोक कर चाबी निकाल ली और मोबाइल छीन लिए तथा गाली गलौज कर अभद्रता की। इसके साथ ही यह भी कहा कि बिना अनुमति के मुरम खोद रहे हो।

आवेदन में नायब तहसीलदार पर आरोप है कि उन्होंने अवैध धनराशि की मांग कर ट्रैक्टर छोड़ने की बात कही तथा अवैध धनराशि न देने पर ट्रैक्टरों को राजसात करने की भी धमकी दी। ग्रामीणों द्वारा  जब नायब तहसीलदार प्रमोद तोमर, पटवारी इत्यादि के कार्य का विरोध किया गया तो उन्होंने ग्रामीणों के साथ -दुर्व्यवहार किया तथा धक्का मुक्की की।

वहीं इस तथ्य की जानकारी मुंशी कुशवाह एवं अन्य ग्रामीण आनंद धाकड़  एडवोकेट को दी। इस पर वह शिवपुरी से अपने गांव पिपरघार पहुंचे तथा  घटनाक्रम को समझकर शांत कराने का प्रयास किया। घटना एवं वस्तु स्थिति को देखते हुए जब आनंद धाकड़ ने नायब तहसीलदार एवं पटवारी इत्यादि के कार्य पर नाराजगी व्यक्त की तो उन्होंने परिवार को प्रताड़ित करने और फंसाने के लिए एफआईआर दर्ज कराई है। मामले की निष्पक्ष जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से कराने की मांग की है।