शिवपुरी। बारिश के मौसम में जब नदी-नाले उफनते हैं तथा पानी का बहाव तेज हो जाने से कई बार लोग घरों में या घरों के बाहर पानी में फंस जाते हैं। पहले तो पानी में फंसे लोगों की स्थिति को समझना मुश्किल होता था, लेकिन अब वो किन हालातों में है, यह एसडीआरएफ की टीम अपने मोबाइल पर देख सकेगी, क्योंकि उनके पास अब ड्रोन आ गया है। इसके अलावा अन्य संसाधन भी उपलब्ध हो जाने से अब टीम को बचाव कार्य में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी।
शिवपुरी एसडीआरएफ के पास पहले दो स्पीड बोट थीं, जिसमें और वृद्धि हो गई। कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने एसडीआरएफ को न केवल एक बोट उपलब्ध कराई, बल्कि उनमें अलग से लगने वाले पांच इंजन भी उनके पास हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम के सदस्यों को आपस में बात करने के लिए 10 वॉकी-टॉकी एवं एक ड्रोन कैमरा भी टीम को दिलवाया है। अब यदि किसी जगह कोई पानी के बीच में फंसा है, यह सब देखने के लिए ड्रोन कैमरा भी मिल गया है। जो बड़ा मददगार साबित होगा।
इन संसाधनों से लैस है शिवपुरी की एसडीआरएफ
शिवपुरी एसडीआरएफ के पास वर्तमान में तीन बोट हैं, जो अलग से इंजन लगाने पर चलती हैं। तीन वोट के लिए पांच इंजन है, ताकि जरूरत पड़ने पर कोई भी बोट रुके नहीं। इसके अलावा लाइफ जैकेट 123, सर्चलाइट 2 व टॉर्च 14, एलईडी टॉर्च 10 के अलावा वाटर प्रूफ टेंट दो, नायलोन रस्सा 1200 फीट का, फोल्डिंग स्ट्रेचर 10 एवं 10 वॉकी-टॉकी भी टीम को उपलब्ध कराई गई हैं।
इनका कहना है
हमारे पास तीन बोट व पांच इंजन के अलावा ड्रोन कैमरा, वॉकी-टॉकी सहित अन्य संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। अब हम पानी में फंसे लोगों की स्थिति ड्रोन कैमरे की मदद से देखकर उन्हें मदद कर पाएंगे। हमारी टीम में 13 सदस्य हैं, जो ट्रेनिंग शुदा हैं।
अश्विनी सूद, होमगार्ड कमांडेंट व एसडीआरएफ प्रभारी