SHIVPURI NEWS - आचार संहिता में शिक्षा विभाग का कारनामा शिक्षकों को कर दिया अटैचमेंट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शिक्षा विभाग में ट्रांसफर बिजनेस का नया रूप देखने को मिला है,आचार संहिता में  3 शिक्षकों का अटैचमेंट कर दिया गया है यह कारनामा कोलारस के प्रभारी बीईओ ने कर दिया। बताया जा रहा है कि स्वयं बीईओ बडी रिश्वत देकर पद ग्रहण किया है अब वसूली का दौर जारी है। नियमानुसार प्रभारी बीईओ किसी भी प्रकार का अटैचमेंट नहीं कर सकते है आचार संहिता में किसी भी नियमानुसार नही।

बीईओ ने पहले पनिहारी प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षिका सपना नामदेव व श्रुति कुशवाह को अन्यत्र अटैचमेंट कर स्कूल को शिक्षक विहीन कर दिया और फिर खाली हुए पनिहारी प्राथमिक स्कूल में करीब सात किमी दूर इमलिया प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बृजेश शुक्ला को अटैचमेंट कर दिया। इस पूरे मामले में पहला सवाल तो यह है कि वर्तमान में आदर्श आचार संहिता लागू है और चुनावी ड्यूटी के चलते शिक्षकों की पदस्थापना में किसी भी प्रकार के परिवर्तन पर रोक है। दूसरा प्रभारी बीईओ को नई स्थानांतरण नीति के तहत आसंजन का अधिकार नहीं है। पक्ष जानने बीईओ जाटव को कई फोन लगाए गए परंतु उन्होंने फोन अटैंड नहीं किए।

मौखिक निर्देश पर पनिहारी स्कूल में पदस्थ दोनों शिक्षिकाओं को इस सुदूर स्कूल से अपेक्षाकृत सुविधाजनक हायर सेकंडरी खरई तेंदुआ में श्रुति कुशवाह व प्रावि हरिजन बस्ती खैरोना में सपना नामदेव को आसंजित किया गया है। इसके पीछे दोनों शिक्षिकाओं के साथ कथित तौर पर पनिहारी स्कूल में दो व्यक्तियों द्वारा अभद्र व्यवहार व धमकी देने का हवाला है।

इस मामले में कोई एफआइआर भी नहीं हुई है। बता दें कि जिले में 80 प्रतिशत शिक्षक और शिक्षिकाएं ग्रामीण क्षेत्रों में ही सेवाएं दे रहे हैं। यदि इस आधार पर आसंजन सही हैं। तो ऐसी शिकायतों को आधार बनाकर सभी शिक्षक शिक्षिकाएं सुविधाजनक स्कूलों में आसंजित होने का प्रयास करेंगे और गांव के स्कूल शिक्षक विहीन हो जाएंगे।

जारी आदेश में एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां प्रभारी बीईओ ने गाइडलाइन से परे विकासखंड शिक्षा अधिकारी की सील पर प्रभारी अंकित किए बिना हस्ताक्षर किए हैं। इस तरह के उपकृत करने वाले आसंजन के संबंध में और भी कई शिकायतें सामने आ रही हैं।

इनका कहना है
मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। यदि ऐसा हुआ है तो मैं दिखवाता हूं, इस तरह आसंजन नहीं किया जा सकता, यदि किसी स्तर पर भी लापरवाही बरती गई है, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
दीपक कुमार पांडे, संयुक्त संचालक शिक्षा