शिवपुरी। शहर के श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय को एनएबीएच (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल) द्वारा विभिन्न मानकों पर खरे उतरने पर नवीनतम पांचवें संस्करण के मानकों अनुसार वेस्ट क्वालिटी सर्टिफिकेट जारी किया गया। खास बात यह है कि यह जिले का पहला शासकीय मेडिकल कॉलेज है, जिसे एनएबीएच बेस्ट क्वालिटी अवॉर्ड से नवाजा गया है।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.केबी वर्मा ने बताया कि विभिन्न मानकों के आधार पर जिस संस्थान को यह पुरस्कार हासिल होता है, वह गरिमा का काम है। और वही संस्थान इसके हकदार होते हैं, जहां व्यवस्थाएं चाक चौबंध मिलती है। इसके लिए कई पैरामीटर निश्चित है।
जिन पर निर्धारित क्वालिटी अनुसार काम करना होता है। दरअसल इसके लिए पिछले साल भी टीम शिवपुरी आई थी जिसमें कुछ कमियां मेडिकल कॉलेज शिवपुरी की रह गई थी। जिसकी वजह से वह इस परितोषक को हासिल करने से वंचित रह गया। लेकिन पिछली कर्मियों को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज के डीन और उनकी टीम ने एक रणनीति तैयार की और फिर उसके बाद उसे पर काम भी शुरू किया।
नतीजा यह रहा कि जब टीम विजिट करने शिवपुरी आई तो उसने यहां के मेडिकल कॉलेज में वह सारी पात्रताएं पाई जो एक निश्चित मेडिकल कॉलेज की पात्रता को पूरी करता है। यह पात्रता चार साल यानी की सन 2027 तक के लिए मान्य रहेगा।
पिछली बार जो कमी रह गई थी उसमें पॉल्यूशन बोर्ड का सर्टिफिकेट कॉलेज पर नहीं था। दूसरा निर्धारित मापदंडों में जो नर्स और पेशेंट का रेशियो होता है वह भी मेडिकल कॉलेज पूर्ति नहीं कर पाया था। इन दोनों को सुधारा। इसके साथ-साथ इंस्ट्रूमेंट ऑटोमेटिक मशीन जिसके माध्यम से उपकरण स्टेरलाइज होते हैं, इसकी बेहतर व्यवस्था की और मेडिकल कॉलेज प्रिमाइसेज में ही 108 एंबुलेंस को खड़ी करने की व्यवस्था की। जिसका नतीजा यह रहा कि यह चारों सुविधा फुल फिल होने पर मेडिकल कॉलेज शिवपुरी को उत्कृष्ट तमगा हासिल हुआ।
इसमें मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर विश्लेषण भी किया गया। इसकी प्रक्रिया दिसम्बर 2022 में चिकित्सा शिक्षा विभाग मप्र शासन द्वारा शुरू की गई। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए व्यवस्थाओं में सुधार किया, इस वजह से एनएबीएच क्वालिटी सर्टिफिकेट मिला। अधीक्षक डॉ आशुतोष चौरिषी के साथ चिकित्सा महाविद्यालय के सभी विभागध्यक्ष, वरिष्ठ चिकित्सक, अस्पताल प्रबंधक एनएबीएच प्रभारी, उपरजिस्टार, बीएमई, क्वालिटी मैनेजर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, हाइट्स उप प्रबंधक, समस्त आउटसोर्सिंग स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।