SHIVPURI NEWS- होटल राज पैलेस वाले की गट्टा फैक्ट्री में मशीन बंद करते समय लगा नाबालिग हेल्पर को करंट- मौत

NEWS ROOM
प्रदीप मोंटू तोमर @ शिवपुरी।
खबर शिवपुरी शहर की देहात थाना सीमा से मिल रही है कि थाना सीमा में आने वाली होटल राज पैलेस वालो की भूसे बनाने वाली गट्टा फैक्ट्री में एक नाबालिग हेल्पर को मशीन का स्विच ऑफ करते समय करंट लग गया। इस घटना में 17 साल के बालक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस मोटर का स्विच खराब होने की सूचना फैक्ट्री प्रबंधन को दी गई थी,लेकिन सुनवाई ना होने के कारण आज यह हादसा हो गया और इसकी कीमत एक नाबालिग को अपनी जान देकर चुकानी पडी।

जानकारी के अनुसार सीसीएफ कैंप के पास भूसे से गट्टा बनाने की फैक्ट्री जिसके संचालक होटल राज पैलेस के मालिक राजमल जैन बताए जा रहे है। इस फैक्ट्री में 2 माह पूर्व से हेल्पर के काम पर गया अमन जैन उम्र 17 साल पुत्र मुकेश जैन निवासी दारूगर मोहल्ला निवासी छोटा लुहारपुरा की नाइट शिफ्ट थी आज रात भर काम करने के बाद जब सुबह 6 बजे मशीन को बंद करने के लिए उसका स्विच बंद करने के लिए अमन गया तो स्विच से तेज करंट का झटका लगा जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया। अमन को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया लेकिन उपचार शुरू होने से पूर्व ही उसकी मौत हो गई।

अमन का भाई कुणाल ने लगवाया था उसे काम पर

बताया जा रहा है कि अमन के ताउ का लडक कुणाल जैन फैक्ट्री में पूर्व से काम करता था इसलिए उसने अमन को हैल्परी के काम पर फैक्ट्री में लगवाया था। कुणाल उसके साथ ही काम कर रहा था। करंट लगने के बाद कुणाल और उसका एक साथी एक्टिवा से उसे अस्पताल लेकर आए थे।

2 माह से खराब था बदलने की कहा था-बच्चों से काम कराया जाता है

अमन के चाचा रवि जैन ने बताया कि इस फैक्ट्री के मजदूरों ने बताया कि यह बटन कई महीनों से खराब था इस कारण उसे बदलने की बार बार मालिक से कहा जा रहा था लेकिन बटन बदला नही गया,अब इसकी खमियाजा अमन को चुकाना पडा। इस फैक्ट्री में नाबालिगों को काम पर रखा जाता है। फैक्ट्री में 10 के बच्चे भी काम कर रहे है। घटना के सूचना राजमल जैन को दी गई थी लेकिन वह कह रहे है कि 10 मिनट में आ रहा हूं अभी तक नही आए है। खबर लिखे जाने तक लाश का पीएम जारी था। देहात थाना पुलिस अस्पताल पहुंचकर अमन के परिजनों के बयान में जुटी है।

बाल श्रम एसी में सोया
जिले में बाल श्रम को रोकने वाला विभाग श्रम विभाग जिले में चल रही फैक्ट्रियों में जाकर जांच नही करता है। इसका यह प्रत्यक्ष उदाहरण सामने आया है। जांच के नाम पर श्रम विभाग केवल शहर के चाय और खाने पीने वाले होटलों पर जांच कर लेता है और अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेता है। अमन के परिजनों ने दावा किया है कि इस फैक्ट्री में 10 साल के बच्चे भी काम रह रहे है। अब देखना यह है कि श्रम विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है
G-W2F7VGPV5M