SHIVPURI NEWS- वैश्य महासम्मेनल में अति उत्साह में फिसली जुबाने, उसी अंदाज में दिए सिंधिया ने जबाव—हार से आहत दिखे

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शिवपुरी।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज सोमवार को शिवपुरी के विकास के संबंध में जैन और वैश्य समाज के साथ संवाद और परिचर्चा में भाग लिया। इस परिचर्चा में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वैश्य समाज को नसीहत देते हुए कहा कि आज की परिचर्चा में मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि किसी भी वक्ता ने अपने समाज और उसके विकास की बात नहीं की। मुझे लगा कि यह समाज अपने गौरवशाली अतीत और समाज के महापुरूषों को भूल रहा है।

इसी कारण अपने विकास के लिए दूसरों की ओर तकतकी लगाए हुए हैं। यह समाज भगवान महावीर, संत सुंदरदास जी, भगवान महेश और प्रसिद्ध कवि मैथलीशरण गुप्त जैसे 8 गुणी महापुरूषों का अनुयायी है तथा वसूदेव कुटुम्बकम्भ की भावना से अनुप्राणित है। यह वह समाज है जिसने देश को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय और भामा शाह जैसे रत्न दिये हैं। यह वह समाज है, जिसने प्रदेश को एक नहीं बल्कि तीन-तीन मुख्यमंत्री दिये हैं। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाशचंद्र सेठी, स्व. वीरेंद्र कुमार सकलेचा और स्व. सुंदरलाल पटवा वैश्य समाज के हैं।

इस समाज का इतिहास, क्षमता और दायित्व प्रचंड है। फिर अपने विकास के लिए क्यों दूसरों पर निर्भरता? श्री सिंधिया ने दो टूक कहा कि वैश्य समाज के लोग अपना भविष्य को संवारने और गौरवशाली बनाने में खुद सक्षम हैं। ऐसे प्रतिभा सम्पन्न और हार्दिकता से भरपूर समाज को मैं इस मंच से नमन करता हूं। कार्यक्रम के मंचासीन लोगों मेें लोक निर्माण राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा, विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के अलावा जैन समाज के पूर्व विधायक देवेंद्र जैन, राजकुमार जैन जड़ीबूटी वाले, तेजमल सांखला, राजेश कोचेटा, भरत अग्रवाल, सूरज कुमार जैन आदि शामिल थे। जिन्होंने माल्यापर्ण कर श्री सिंधिया का स्वागत किया। स्वागत भाषण भाजपा जिला उपाध्यक्ष और कार्यक्रम के आयोजक पवन जैन ने दिए।

विकास की दृष्टि से पिछडे शिवपुरी जिले को कैसे विकास के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सके इस दृष्टि से श्री सिंधिया ने वैश्य और जैन समाज के लोगों से कार्यक्रम में उनके सुझाव और विचार जाने। जिनमें विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार रखे। लेकिन पूर्व विधायक देवेंद्र जैन और वैश्य महासभा से जुड़े भाजपा नेता भरत अग्रवाल ने श्री सिंधिया की दुखती रग पर हाथ रख दिया। विधायक देेवेंद्र जैन बोले कि श्री सिंधिया अपनी पिछली हार को भूल जाएं, उस चुनाव में परिस्थितियां अलग थी और अब वह 2024 के लोकसभा चुनाव मेें शिवपुरी-गुना से चुनाव लडेंं।

हालांकि अपने संबोधन में श्री जैन की जबान भी फिसल गई और वह कहना चाहते थे कि नरेंद्र मोदी की लहर के कारण वह चुनाव हारे। जबकि कह गए कि नरेंद्र मोदी के विरोध के कारण वह चुनाव हारे। भाजपा नेता भरत अग्रवाल ने तो यहंा तक कह दिया कि श्री सिंधिया के साथ जो उनके सलाहकार हैं, वह उन्हें सही जानकारी नहीं देते। उन्हें अच्छे लोगों और ऐसे लोगों की टीम बनानी चाहिए जिनकी राजनैतिक महत्वाकांक्षा न हो और वह साफ-साफ बात कह सकें।

जबकि सिंधिया के सलाहकारों ने पिछले चुनाव में उनसे कहा कि वह 5 लाख वोटों से चुनाव जीत रहे हैं। श्री अग्रवाल द्वारा की गई टिप्पणी से श्री सिंधिया ने अपने आप को आहत महसूस किया और जब वह बोलने आए तो भरत अग्रवाल की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि हां मेरी गलती थी। मेरी कमी थी। भरत अग्रवाल ने सही कहा। लेकिन याद रखना चाहिए कि यदि किसी की तरफ एक उंगली आप उठाते हैं तो आपकी ओर चार उंगली उठती हैं।

श्री सिंधिया ने कहा कि मुझे बताओं में किसे सलाहकार रखूं। आप अपने समाज के दो ऐसे व्यक्तियों को बताएं जिनकी आप के समाज के अलावा अन्य समाजों में भी सम्मान हो, फिर यदि मैं आपकी बात न मानूं तो मुझे दोषी ठहरायें। भावुक होते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं उस परिवार का सदस्य हूं, जिसका दिल आपके लिए धड़कता है। मुझसे यदि कोई गलती हुई हो तो मैं क्षमा मांगता हूं और जीवन की आखिरी सांस तक मैं हमेशा आपके लिए समर्पित रहूंगा और सदैव गुना-शिवपुरी क्षेत्र का विकास करता रहूंगा। कार्यक्रम का संचालन संजीव बांझल ने किया।
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