शिवपुरी। नेशनल पार्क वाले हिस्से में फोरलेन हाइवे से निकलने वाले वाहनों का शोरगुल वन्य प्राणियों तक पहुंचने से रोकने के लिए बांसों की लगातार “साउंड बैरियर’ तैयारी की जा रही है। बांसों की जाली से ट्रक आदि की हॉर्न की आवाज दूर तक नहीं जा सकेगी। एनएचएआई द्वारा डीपीआर बनाते वक्त वन्य प्राणियों की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा गया है।
शिवपुरी के कठमई से सतनवाड़ा की सीमा तक पार्क वाले 6.59 किमी में हिस्से में 125 करोड़ लागत से फोरलेन सड़क निर्माण अलग से कराया जा रहा है। एक साइड बनने से वन-वे में ट्रैफिक चालू रखा है, जबकि दूसरी साइड भी लगभग तैयार होने को है। इसी के साथ 5.50 किमी हिस्से में दोनों साइड कुल 11 किमी में बांस की जाली लगाने का काम चालू हो गया है।
बांस की यह दीवार नेशनल पार्क के वन्य प्राणियों को वाहनों के शोरगुल से बचाने के लिए “साउंड बैरियर’ का काम करेगी। बता दें कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 16 सितंबर 2021 को सड़क के काम का शुभारंभ किया था। 31 मई 2023 तक सड़क निर्माण कार्य पूरा होना है।
असम के बांस से बने साउंड बैरियर, लोहे की जाली के पीछे लगा रहे
साउंड बैरियर के लिए बांस असम से मंगाया जा रहा है, जिससे बांस की जाली बनाकर लगाई जा रही है। लोहे के एंगल में बांस की जाली तैयार की जा रही है। जबकि आगे की ओर लोहे की जाली लगाई जा रही है। लोहे की जाली के पीछे बांस की जाली लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी। वाहन चालक और राहगीर भी पार्क में झांककर नहीं देख सकेंगे।