कोलारस। खबर जिले के कोलारस अनुविभाग के रन्नोद कस्बे से आ रही हैं कि पिछले 19 सितंबर को 15 वर्षीय नाबालिग का अपहरण हो गया था। पुलिस ने इस मामले को ट्रेस कर लिया हैं। यह अपहरण नाबालिग को वशीकरण करके लिया गया था।
इस पूरे काण्ड का कर्ताधर्ता कस्बे का ही रहने वाला एक बाईक मैकेनिक निकला वही आरोपी की मदद करने वाला जादूगर ताबिज बनाने वाला हाफिज और अन्य दो दोस्तो को भी पुलिस ने इस मामले में आरोपी बनाया हैं। इस अपहरण कांड को पुलिस को ट्रेस करने के लिए 900 किमी तक जाना पडा।
15 साल 5 माह उम्र की नाबालिग लडकी के परिजन 19 सितंबर की रात सोते रह गए और नाबालिग गायब हो गई। परिजनो के रिर्पोट पर रन्नौद थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। और इस मामले की जांच शुरू कर दी।
रन्नौद पुलिस के सुत्रो और सुरागो के पीछा करते हुए पुलिस शिवपुरी से 900 किमी दूर स्थित दमनदीप पहुंच गई। जहां नाबालिग और आरोपी को एक होटल् से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद जो कहानी निकल कर सामने आई वह चौकाने वाली थी।
नाबालिग को भगाने वाला युवक कस्बे का बाईक मैकेनिक वाहिद उम्र 25 साल करमत खान निकला। नाबालिग के बयान दर्ज किए और आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो अपहरण की चौकाने वाली कहानी सामने आई।
बाईक मैकेनिक वाहिद ने नाबालिग का अपहरण करने के लिए एक हाफिज विलाल राजा की मदद ली। हाफिज विलाल बिहार का रहने वाला हैं लेकिन वह वर्तमान में रन्नौद कस्बे में रह रहा है।
बताया गया कि वाहिद को हाफिज ने वशीकरण का एक ताबिज बना कर दिया। योजना के अनुसार हाफिज को बनाया गया ताबीज ओर नींद की गोलिया नाबालिग तक पहुचाई यह समान नाबालिग तक वाहिद के दोस्त रिजवान ने पहुंचाई।
ताबिज के कारण नाबालिग वाहिद के वश में आ गई। नाबालिग ने देर रात चाय बनाई और उसमें नीद की गोलिया मिला दी और अपने माता पिता को पिला दी। जब माता पिता गहरी नीद में सो गए जब वाहिद ने उसे अगवा कर लिया।
वाहिद के दोस्त विट्टू उर्फ अमीनउद्दीन की बाईक से यह तीनो बदरवास पहुंचे। विट्टू वापस रन्नौद आ गया। लेकिन वाहिद और नाबालिग बस पकडकर इंदौर पहुंचे और इंदौर से गुजरात के सूरत शहर पहुंचे और उसके बाद दमन दीप में एक होटल में रूक गए।