रिटायर्ड कमांडेट दे रहे है बच्चो को मुफ्त शिक्षा, बच्चो ने सफल होकर मान बढाया | karera news

Bhopal Samachar

करैरा। नेवी से रिटायर हुए लेफ्टिनेंट कमांडेंट गुरुवचनसिंह अब रिटायरमेंट के बाद करैरा के ग्रामीण अंचल में शिक्षा का अलख जगाने में जुटे हुए हैं। करैरा ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में शिक्षा के गिरते स्तर को ऊंचा उठाने का काम वे पिछले 13 साल से करते आ रहे हैं।वे गांवों के 150 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं।

रिटायर कमांडेंट के प्रयासों से करैरा के ग्राम खेराघाट, लंगूरी व वनगंवा के बच्चे अब एनडीए व एसएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जी-जान से जुटे हुए हैं। कमांडेंट मुंबई, दिल्ली, गोवा, बेल्जियम, विलासपुर, करैरा, ग्वालियर व झांसी के लोगों द्वारा हर माह 17 बच्चों भेजा जा वजीफा पहली तारीख को बच्चों को दे रहे हैं। यही वजह है कि अब करैरा के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की सूरत बदलती जा रही है।


होनहार बच्चों को दे रहे वजीफा
करैरा की ग्राम पंचायतों में हर वर्ग के गरीब ग्रामीण बच्चों को रिटायर कमांडेंट गुरुवचनसिंह न सिर्फ मुफ्त में शिक्षा दे रहे हैं, वरन ऐसे बच्चे जो मेरिट सूची में चयनित हो रहे हैं, उनके लिए वजीफा भी मांग रहे हैं, वे हर माह मेरिट में होनहार बच्चों को चयनित कर उनमें दो बच्चों को 200 रुपए और 15 बच्चों को 100 रुपए का वजीफा दे रहे हैं। गुरुवचनसिंह बच्चों की शिक्षा के लिए कॉपी, किताबें व अन्य सामान की अपनी ओर से लाकर दे रहे हैं।


पेंशन भी कर दी बच्चों के नाम
करैरा के रहने वाले रिटायर लेफ्टिनेट कमांडेंट गुरुवचनसिंह शारीरिक के साथ आर्थिक रूप से भी ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों की मदद करने में जुटे हुए हैं। वे करैरा ब्लॉक के ग्राम खेराघाट, कुम्हारपुरा, लंगूरी, वनगंवा, हाजीनगर और डुमघना के बच्चों के लिए अपनी पेंशन भी दे रहे हैं। जल सेना में रहे अधिकारियों और अपने मित्रों से भी ऐसे बच्चों की मदद करवा रहे हैं। इसके पीछे उनका उद्देश्य गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।


इन बच्चों ने किया नेवी अधिकारी का नाम रोशन
रिटायर नेवी अधिकारी गुरुवचनसिंह की कोचिंग में रोजाना 150 बच्चे दूर-दराज के ग्रामीण अंचल से पढ़ने आ रहे हैं। इन बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का काम गुरुवचनसिंह छुट्टी के दिनों में भी कर रहे हैं। बच्चों की लगन का ही परिणाम है कि उनके द्वारा पढ़ाई गई ग्राम कुम्हरपुरा की डोली प्रजापति का चयन 2014 में आर्मी हॉस्पिटल में हो चुका है। महेंद्र प्रजापति एयर फोर्स मे और नरेंद्र प्रजापति का आर्मी में चयन हुआ है। 7 बच्चे अभी एसएससी और एनडीए की तैयारी भी कर रहे हैं। हाल ही में एसएससी में हेमलता प्रजापति का चयन हुआ।

ये बोले रिटायर नेवी ऑफिसर
मेरे पास पढ़ने वाला हर बच्चा अंग्रेजी और गणित में विशेष तालीम हासिल कर रहा है। जिन बच्चों को मैंने शिक्षा दी है, मुझसे भी आगे निकल गए। मेरे पढ़ाए हुए कई बच्चे आज गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं। गांवों के 150 बच्चों को पढ़ाने में हम कोई अवकाश नहीं करते चाहे कोई भी परिस्थति हो। गांव के बच्चे शहरों की तुलना में सुशील और आज्ञाकारी हैं। बच्चों में शिखा हासिल करने की लगन व ललक है।
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