संकट में अन्नदाता, यूरिया समय पर नही मिलने तडप रही है फसल, कट्टा 450 के पार

Bhopal Samachar

शिवपुरी। कांग्रेस सरकार मे जिले का अन्नदाता लगातार संकट में हैं। किसान की फसले यूरिया समय पर नही मिलने से पडपने लगी है।लेकिन किसान को यूरिया नही मिल रहा है। जिले में रैक समय पर नही आने से यूरिया की किमते लगातार बढती जा रही हैं,खबर आ रही हैं कि अब यूरिया की एक बोरी की रेट 500 रू के पार होने की संभावना हैं।  
 
शिवपुरी में पिछले 26 दिन पहले यूरिया की रैक लगी थी। जिसमें महज 1 हजार मीट्रिक टन यूरिया ही शिवपुरी को मिल पाया था। जबकि शेष यूरिया श्योपुर और अशोकनगर जिले में भेज दिया था। दूसरी बार फिर से रैक नहीं लग पाई है। जिससे शिवपुरी जिले में यूरिया खत्म हो गया है। यूरिया की कमी होते ही व्यापारियों ने बाहर से यूरिया मंगा लिया है।

निजी दुकानों से 270 रुपए का यूरिया किसानों को ब्लैक में 450 रुपए में बेचा जा रहा है। यूरिया की जल्द रैक नहीं लगी तो व्यापारी यूरिया के दाम और ज्यादा बढ़ा सकते हैं। निर्धारित रेट से ज्यादा रुपए में बिक रहे यूरिया को लेकर कृषि विभाग की तरफ से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। जिससे व्यापारियों की मनमानी से किसान परेशान हैं।


शिवपुरी जिले में यूरिया खाद की डिमांड 8 हजार मीट्रिक टन की शासन को भेजी गई है। अगली रैक कब लगेगी और कितना यूरिया खाद जिले को मिलेगा, यह अभी तय नहीं है। हालांकि एनएफएल विजयपुर गुना से रैक का शिड्यूल है। लेकिन एनएफएल से यूरिया की रैक कब आएगी, अभी दिन भी तय नहीं हो सका है। बता दें कि 15 हजार मीट्रिक टन खाद में से 7 हजार मीट्रिक टन शिवपुरी को मिला है।

करैरा में सोसायटी ने 285 से 290 रुपए में 1-1 बोरी खाद दी, जबकि निर्धारित रेट 267 रुपए है
मप्र राज्य सह विपणन संघ कार्यालय करैरा आए किसानों को सिर्फ एक-एक बोरी यूरिया खाद का कट्‌टा दिया गया। किसानों से निर्धारित रेट 267 रुपए की जगह 285 और 290 रुपए तक लिए गए।

दबरा गांव से आए किसान नारायण सिंह जाटव ने बताया कि उसे एक बोरी खा दी। वापस 10 रुपए ही लौटाए। लंगूरी गांव के किसान रामकुमार कुशवाह ने बताया कि एक ही बोरी खाद दी और 285 रुपए लिए। महिला किसान पार्वती से 285 और दिनेश खत्री से 290 रुपए लिए।

सिरसौद में दुकानदारों की मनमानी चल रही है
सिरसौद में नई दुकान खुली है, वहां से यूरिया के दाे कट्‌टे खरीदे हैं। दुकानदार ने 340 रुपए में एक कट्‌टा दिया है। यहां व्यापारियों की मनमानी चलती है। यदि वे चाहें तो एक कट्‌टा 700 रुपए में भी बेच सकते हैं। हमें तो मजबूरी में देना ही पड़ेंगे। प्रशासन का कोई भी अफसर इस तरफ देख ही नहीं रहा है। सुरेश जाटव, किसान ग्राम सिरसौद (करैरा)
450 का कट्‌टा दिया
पांच बीघा में गेहूं फसल के लिए बाजार से चार यूरिया के कट्‌टे खरीदकर लाया हूं। व्यापारी ने 450 रुपए में एक कट्‌टा खाद दिया है। मजबूरी में खाद खरीदना पड़ा है। रामवीर कुशवाह, किसान, ग्राम बारई (बदरवास)

सोसायटी पर खाद नहीं मिला। गेहूं डालने के लिए पांच कट्‌टा यूरिया की जरूरत थी। बाजार में 270 का कट्टा 450 रु में मिला है। बाजार में मोटे दाने वाला खाद बिक रहा है, लेकिन फसल के लिए मजबूरी में यह खरीदना पड़ा है। सुरेंद्र यादव, किसान, सांडर,बदरवास

एनएफएल से रैक लगने का शेड्यूल है
दो तीन ट्रक चंबल से आए हैं। लेकिन इससे पूर्ति नहीं हो पा रही है। एनएफएल से रैक लगने का शेड्यूल है। लेकिन अभी तय नहीं है कि रैक कब तक लगेगी। प्राइवेट में खाद के ज्यादा दाम वसूले जा रहे हैं तो जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। यूएस तोमर, उप संचालक कृषि शिवपुरी



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