शिवपुरी। शिवपुरी शहर के संतुष्टि कॉलोनी के सेप्टिक टैंक में गिरने से कॉलोनी में निवास करने वाली 12 साल की उत्सविका भदौरिया की मौत हो गई। इस मौत के बाद संतुष्टि कॉलोनी में निवास करने वाले लगभग 350 परिवारों का गुस्सा उबलने लगा और आज दोपहर 12 बजे कॉलोनी में निवास करने वाली एक सैकड़ा से अधिक महिलाओं ने शहर के पुराने ग्वालियर बायपास पर चक्काजाम कर दिया। कॉलोनी में निवास करने वाली महिलाओं का कहना था कि कॉलोनी के मालिक पर गंभीर अपराध की धाराएं बढ़ाई जाए और इस कॉलोनी में होने वाले निर्माण की जांच कराई जाए।
आज जैसे ही उत्सविका की डेड बॉडी का पीएम हुआ और प्रशासन ने बॉडी सौंपी उसके बाद गुस्साए कॉलोनी के निवासियों ने बॉडी को एक एंबुलेंस में रखकर ग्वालियर बायपास पर आकर चक्काजाम कर दिया। कॉलोनी वासियों के का कहना था कि यह हादसा कॉलोनी का मैनेजमेंट देख रहे लोगों की लापरवाही का नतीजा है।
धरने पर बैठी महिलाओं का कहना था कि इस सेफ्टी टैंक के ढक्कन की एक माह पूर्व कंप्लेंट मेनटिनेंस ग्रुप के व्हाट्सएप पर की गई थी। जिसके एडमिन ने रिप्लाई में भेजा था कि कोई घटना घटी है क्या इसके बाद से सेफ्टी टैंक का ढक्कन बदला नहीं गया। कॉलोनी में बने पुराने पार्कों पर बिला बनाकर बेच दिया गया है, और सेफ्टी टैंक के ऊपर पार्क बनाया गया है। मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने 10 से 12 लाख रुपए कैश प्राप्त करता है संतुष्टि के मालिक मेंटेनेंस के नाम पर पूरी कॉलोनी में सिर्फ कचरा उठाने के अलावा कोई कार्य नहीं किया जाता है।
आज से एक माह पूर्व कॉलोनी में एक फ्लैट में आग लगी थी लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए लेने वाले कॉलोनी का निर्माण करने वाले लोगों पर पर ना तो फायर ब्रिगेड मौके पर और ना ही फायर इक्विपमेंट मौके पर मिले थे। सेफ्टी टैंक में उतरने के लिए कॉलोनाइजर के पास सीढ़ियां तक नहीं मौजूद थी। कोतवाली पुलिस ने कॉलोनी के निर्माण करने वाले अर्जुन दीवान पर लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है,यह लापरवाही नही है गैर जिम्मेदारी है इसलिए गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया जाए। कार्यवाही और आगे की जांच के आश्वासन के बाद यह प्रर्दन कारी लोग धरना स्थल से उठने को राजी हुए।
मौके पर शिवपुरी कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी,एसडीएम अनुपम शर्मा,तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा,एसडीओपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी कोतवाली थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़,देहात थाना प्रभारी रत्नेश यादव,फिजिकल थाना प्रभारी नवीन यादव सहित तीनो थानो का पुलिस बल मौजूद था।
घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी कलेक्टर
ग्वालियर बायपास पर जनमानस के बीच पहुंचे कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने पीड़ित पक्ष से बातचीत की और कार्यवाही का आश्वासन दिया है। कलेक्टर ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी,इसमें जो भी दोषी होगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही होगी। वही संतुष्टि कॉलोनी के मंजूरी,रेरा की परमिशन और टाउन एंड कंट्री प्लान के लेआउट की अलग से जांच की जाऐगा। नक्शा अनुसार कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है कि नही।
गीता दीवान पहुंची मौके पर
चक्का जाम चल रहा था उस दौरान हैप्पी डेज स्कूल की संचालक और कॉलोनी का निर्माण करने वाले अर्जुन दीवान की मॉ गीता दिवान भी धरना स्थल पर पहुंची और पीड़ितों से बात करने की कोशिश की,लेकिन गीता दीवान को देखकर जनमानस अधिक भडकने लगा इस कारण वह वापस चली गई।
पहली बार शिक्षित महिलाएं बैठी सड़क पर
12 साल की उत्सविका की दुखद मौत के बाद संतुष्टि कॉलोनी में निवास करने वाली महिलाएं इतनी दुखी और क्रोधित थी वह सड़क पर आ गई। धरने में लगभग 100 से अधिक महिलाएं शामिल थे वही 150 से अधिक पुरुष भी इस धरना स्थल पर मौजूद था। घटना इतनी आहत करने वाली थी कि महिलाओं का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। संतुष्टि कॉलोनी में अधिकांश शिक्षित,सरकारी नौकरी,शहर के व्यापारी निवास करते है आज अपनी और अपने बच्चो की सुरक्षा को लेकर यह महिलाएं सड़क पर आकर खडी हो गई,निश्चित ही इन महिलाएं जीवन मे पहली बार किसी किसी इस प्रकार के प्रदर्शन में भाग लिया होगा।
आज जैसे ही उत्सविका की डेड बॉडी का पीएम हुआ और प्रशासन ने बॉडी सौंपी उसके बाद गुस्साए कॉलोनी के निवासियों ने बॉडी को एक एंबुलेंस में रखकर ग्वालियर बायपास पर आकर चक्काजाम कर दिया। कॉलोनी वासियों के का कहना था कि यह हादसा कॉलोनी का मैनेजमेंट देख रहे लोगों की लापरवाही का नतीजा है।
धरने पर बैठी महिलाओं का कहना था कि इस सेफ्टी टैंक के ढक्कन की एक माह पूर्व कंप्लेंट मेनटिनेंस ग्रुप के व्हाट्सएप पर की गई थी। जिसके एडमिन ने रिप्लाई में भेजा था कि कोई घटना घटी है क्या इसके बाद से सेफ्टी टैंक का ढक्कन बदला नहीं गया। कॉलोनी में बने पुराने पार्कों पर बिला बनाकर बेच दिया गया है, और सेफ्टी टैंक के ऊपर पार्क बनाया गया है। मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने 10 से 12 लाख रुपए कैश प्राप्त करता है संतुष्टि के मालिक मेंटेनेंस के नाम पर पूरी कॉलोनी में सिर्फ कचरा उठाने के अलावा कोई कार्य नहीं किया जाता है।
आज से एक माह पूर्व कॉलोनी में एक फ्लैट में आग लगी थी लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए लेने वाले कॉलोनी का निर्माण करने वाले लोगों पर पर ना तो फायर ब्रिगेड मौके पर और ना ही फायर इक्विपमेंट मौके पर मिले थे। सेफ्टी टैंक में उतरने के लिए कॉलोनाइजर के पास सीढ़ियां तक नहीं मौजूद थी। कोतवाली पुलिस ने कॉलोनी के निर्माण करने वाले अर्जुन दीवान पर लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है,यह लापरवाही नही है गैर जिम्मेदारी है इसलिए गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया जाए। कार्यवाही और आगे की जांच के आश्वासन के बाद यह प्रर्दन कारी लोग धरना स्थल से उठने को राजी हुए।
मौके पर शिवपुरी कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी,एसडीएम अनुपम शर्मा,तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा,एसडीओपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी कोतवाली थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़,देहात थाना प्रभारी रत्नेश यादव,फिजिकल थाना प्रभारी नवीन यादव सहित तीनो थानो का पुलिस बल मौजूद था।
घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी कलेक्टर
ग्वालियर बायपास पर जनमानस के बीच पहुंचे कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने पीड़ित पक्ष से बातचीत की और कार्यवाही का आश्वासन दिया है। कलेक्टर ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी,इसमें जो भी दोषी होगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही होगी। वही संतुष्टि कॉलोनी के मंजूरी,रेरा की परमिशन और टाउन एंड कंट्री प्लान के लेआउट की अलग से जांच की जाऐगा। नक्शा अनुसार कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है कि नही।
गीता दीवान पहुंची मौके पर
चक्का जाम चल रहा था उस दौरान हैप्पी डेज स्कूल की संचालक और कॉलोनी का निर्माण करने वाले अर्जुन दीवान की मॉ गीता दिवान भी धरना स्थल पर पहुंची और पीड़ितों से बात करने की कोशिश की,लेकिन गीता दीवान को देखकर जनमानस अधिक भडकने लगा इस कारण वह वापस चली गई।
पहली बार शिक्षित महिलाएं बैठी सड़क पर
12 साल की उत्सविका की दुखद मौत के बाद संतुष्टि कॉलोनी में निवास करने वाली महिलाएं इतनी दुखी और क्रोधित थी वह सड़क पर आ गई। धरने में लगभग 100 से अधिक महिलाएं शामिल थे वही 150 से अधिक पुरुष भी इस धरना स्थल पर मौजूद था। घटना इतनी आहत करने वाली थी कि महिलाओं का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। संतुष्टि कॉलोनी में अधिकांश शिक्षित,सरकारी नौकरी,शहर के व्यापारी निवास करते है आज अपनी और अपने बच्चो की सुरक्षा को लेकर यह महिलाएं सड़क पर आकर खडी हो गई,निश्चित ही इन महिलाएं जीवन मे पहली बार किसी किसी इस प्रकार के प्रदर्शन में भाग लिया होगा।