शिवपुरी। शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आज एक परिवार शिकायत लेकर पहुंचा कि जिस जमीन पर कई वर्षों से हमारे पूर्वजों का कब्जा था उस जमीन को ग्राम पंचायत सैमरी के सरपंच ने कब्जा कर लिया हैं और उस पर 10 सालों से खेती कर रहा हैं। हमने सरपंच से इस संबंध में विरोध किया तो सरपंच ने हमें मारने की धमकी दी। और कहा कि तुम्हारी कहीं भी कोई भी सुनवाई नहीं होगी। क्योंकि विधायक मेरा खास हैं।
जानकारी के अनुसार सरस्वती गुर्जर पत्नी श्री श्याम सिंह गुर्जर निवासी ग्राम सेमरी शिवपुरी ने बताया कि मेरा परिवार ग्राम सेमरी में खुशी-खुशी जीवन यापन कर रहा था। हमारे पास सरकारी जमीन पर पूर्वजों के समय का कब्जा था, जिस पर हम खेती करते चले आ रहे थे। लेकिन हाल ही में, गाँव के दबंग सरपंच सोवरन गुर्जर एवं इसके भाई भरत गुर्जर, रामचरण गुर्जर, रविन्द्र गुर्जर को उस जमीन को हड़पने 'का लालच आ गया। उसने धमकाते हुए रामभरण गुर्जर से कहा कि आज से यह खेत हमारा है और श्याम सिंह गुर्जर व उसकी पत्नी को बोल देना की अब इस खेत पर न आये नही तो जान से खत्म कर दूंगा और बोल रहा कि मैं विधायक महेन्द्र यादव जी का खास आदमी हूँ मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड सकता।
इसके साथ ही दबंगों ने कहा कि अगर जमीन पर श्याम सिंह व उनकी पत्नि सरस्वती आई तो उनके साथ मारपीट की जायेगी इसके बाद हम अपने खेत पर पहुँचे, तो सरपंच और उसके भाइयों ने मेरे साथ भयंकर मारपीट की। मुझे नंगा करके खेतों में दौड़ाया गया और अमानवीय तरीके से मारा-पीटा गया। इस घटना के संबंध में मैंने थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और उल्टा मुझ पर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई।
इस घटना के बाद सरपंच का गुस्सा और बढ़ गया। उसने पूरे गाँव में यह फरमान सुना दिया कि यह महिला और इसका पति गाँव में नहीं मिलेंगे, अगर कहीं भी दिखेंगे तो उनके हाथ-पैर तोड़ दूँगा। इसी डर से मेरा परिवार गांव छोड़ चुका है। कुछ दिनों बाद जब मेरे पति श्याम सिंह गुर्जर गाँव पहुँचे, तो सरपंच को इसकी जानकारी मिली। सरपंच और उसके भाइयों ने मिलकर मेरे पति पर अचानक कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला किया, जिसमें मेरे पति ने अपना हाथ ऊपर किया तो उनके उल्टे हाथ की एक उंगली पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और शरीर में गंभीर मूदी चोटे आई।
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस गंभीर घटना के बावजूद तेंदुआ थाना प्रभारी द्वारा अभी तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है बल्कि, पुलिस द्वारा मेरे देवर और पति को लगातार धमकाया जा रहा है कि वे उक्त सरपंच द्वारा मुझको राजीनामा कर अन्यथा उन पर ही झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाएँगे। इस डर से मेरा पूरा परिवार दहशत में है और हम गाँव छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। हमारी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है और हम पर लगातार राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है।
हम सभी जगह शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यदि हमारी शिकायत पर शीघ्र एवं निष्पक्ष कार्यवाही नहीं की गई, तो मेरा पूरा परिवार आत्महत्या करने को विवश होगा।