SHIVPURI NEWS - भगवान परशुराम प्रोकट्योत्सव: ब्राह्मणों के देवता परशुराम के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता

Bhopal Samachar

शिवपुरी। अक्षय तृतीया को भगवान विष्णु के छठे अवतार, शस्त्र एवं शास्त्रों के ज्ञाता भगवान श्री परशुराम प्राकट्योत्सव समारोह विप्र समाज द्वारा बड़े हनुमान मंदिर तुलसी आश्रम कत्था मिल पर बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। प्रातः कालीन 6 बजे पूजा अर्चना श्रीमद् गीता जी का पाठ, हनुमान चालीसा परशुराम चालीसा का पाठ से प्रारंभ किया गया। आयोजित समिति अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन समिति के साथ सभी ब्राह्मण संगठनों के अध्यक्षों ने सामूहिक पूजन कर भगवान परशुराम की आरती उतारी।

अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के जिला अध्यक्ष पंडित पुरुषोत्तम कांत शर्मा महासचिव बालमुकुंद पुरोहित एवं शहर अध्यक्ष सुरेश भार्गव ने संयुक्त रूप से बताया कि भगवान श्री परशुराम प्रगति उत्सव समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री पुरुषोत्तम दास महाराज जी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पंडित हरिवंश बालोठिया कुड़ा जागीर एवं विशिष्ट अतिथि पंडित राम प्रकाश एकता परिषद एवं समाज के बुजुर्ग सम्मानित सदस्यों एवं श्रीमती शशि पाराशर महिला जिला अध्यक्ष एवं श्रीमती सुषमा पांडे पूर्व अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग डॉक्टर सुखदेव गौतम अजय शर्मा अनु सरपंच राजेंद्र पिपलोदा अनिल उत्साही डॉक्टर गोविंद बिरथरे शौभा पुरोहित द्वारा भगवान परशुराम का पुष्प माला पहनाकर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया रंगारंग कार्यक्रम में श्री गणेश वंदना कुमारी व भजनों पर कुमारी राधा कोठारी ने मनमोहन प्रस्तुति कर समोरोह में चार चांद लगायें ।

पंडित पुरुषोत्तम कांत ने स्वागत भाषण के साथ निर्माणाधीन भगवान परशुराम मंदिर का आय व्यय पत्रक प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज ब्राह्मण समाज के युवाओं को शिक्षा संस्कार शस्त्र और शास्त्र से परिपूर्ण होना बहुत जरूरी है जब ही हमारे समाज का व देश का विकास होगा। पंडित आशुतोष शर्मा ने अपना उद्बोधन गरीब ब्राह्मण की कहानी के माध्यम से प्रारंभ किया व ब्राह्मण के इतिहास का ओजस्वी भाषण दिया तथा भगवान परशुराम के जीवन पर प्रकाश डाला।

पंडित कैलाश नारायण मुदगल एवं अनिल उत्साही श्रीमती सुषमा पांडे ने भी समाज की गतिविधियों पर प्रकाश डाला तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पंडित हरिवंश कुड़ा जागीर ने कहा कि हमें संस्कार के साथ शस्त्र व अपनी ताकत पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जब समाज शारीरिक  रुप से ताकतवर हो जाएगा उसी दिन ब्राह्मण समाज की समस्या हल हो जाएगी। कार्यक्रम का संचालन महावीर मुद्गल एवं गिरीश मिश्रा ने किया अंत में आभार राजकुमार सडै़या व पवन अवस्थी ने व्यक्त किया। मिष्ठान वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया।