SHIVPURI MEDICAL COLLEGE के डीन और प्रोफेसर फेल, काउंसलिंग के फर्स्ट राउंड में 30/78 यानी 50% भी नहीं

Bhopal Samachar
किसी भी कॉलेज के डीन और प्रोफेसरों का रिजल्ट, एडमिशन में काउंसलिंग के फर्स्ट राउंड में दिखाई देता है। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का मैनेजमेंट इस मामले में फेल हो गया है। MBBS जैसे कोर्स में एडमिशन के लिए 78 मात्र 30 स्टूडेंट्स ने एडमिशन कंफर्म किया है। यानी 48 स्टूडेंट्स ने शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों को अयोग्य घोषित कर दिया। रिजेक्ट कर दिया।

मंगलवार से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए नीट की दूसरी काउंसलिंग शुरू हो गई है, लेकिन इस राउंड में भी शामिल होने वाले विद्यार्थियों ने यदि ओके नहीं किया तो सीट फिर खाली रह जाएगी। विद्यार्थियों के पास अंतिम ऑप्शन मॉक अप राउंड का रहेगा। जिसमें विद्यार्थियों को कॉलेज बदलने की पात्रता रहेगी, ऐसे में मॉक अप राउंड के पूर्ण होने के बाद ही पता चल सकेगा कि मेडिकल कॉलेज में कितनी सीटों पर विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया और कितनी सीट रिक्त रह गईं। 

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर केवी वर्मा, और सब रजिस्ट्रार डॉक्टर उर्वशी ने बताया कि कॉलेज में प्रथम चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया 8 अगस्त से 19 अगस्त के बीच प्रारंभ हुई थी। जिसमें 78 लोगों ने रिपोर्टिंग किया, लेकिन प्रवेश के लिए ओके 30 विद्यार्थियों ने ही किया। मेडिकल कॉलेज में दूसरी चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया 1 मंगलवार 29 अगस्त से प्रारंभ हो गई है, जो 4 सितंबर तक चलेगी। यदि हम मंगलवार की बात करें तो पहले दिन 13 विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, लेकिन अभी यह पता नहीं चल सका है कि प्रवेश कितने लेंगे।

4 सितंबर के बाद ही दूसरे चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी होगी और इसके बाद प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की सही संख्या सामने आएगी। मेडिकल कॉलेज की सब रजिस्ट्रार डॉक्टर उर्वशी ने बताया कि पहली बार विद्यार्थियों के लिए यह सुविधा दी है कि वह मॉक अप राउंड के दौरान भी कॉलेज बदल सकते हैं और मनचाहा कॉलेज पा सकते हैं।

इसमें यदि किसी विद्यार्थी को शिवपुरी का मेडिकल कॉलेज नहीं मिला है तो वह मॉकअप राउंड में इसे चयनित कर प्रवेश ले सकता है। और कोई यहां प्रवेश लेने वाला विद्यार्थी ऐसा है जिसे अब तक प्रवेश को ओके नहीं किया है और वह कॉलेज बदलना चाहता है तो वह चेंज कर सकता है। इसलिए मॉक अप राउंड के बाद ही फाइनल फिगर विद्यार्थियों के प्रवेश का हम आपको बता सकेंगे।

काउंसिलिंग के लिए आ रहे हैं तो यह डॉक्यूमेंट अनिवार्य

मेडिकल कॉलेज प्रवेश में जो विद्यार्थी प्रवेश लेने आ रहे हैं उन्हें कक्षा 10, 12 की मार्कशीट, आधार कार्ड, मध्य प्रदेश मूल निवासी पत्र, यदि वह शासकीय स्कूल का विद्यार्थी रहा है तो उसकी प्रामाणिकता, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज उसे जमा करने होंगे। तब कहीं जाकर निरीक्षण उपरांत उन्हें प्रवेश मिल सकेगा।