शिवपुरी। भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की पहल पर शिवपुरी शहर के लोगों को घरों में पाइप से सस्ती प्राकृतिक गैस मिल सकेगी। पीएनजी (पाइप्ड नैचुरल गैस) के लिए 27 हजार 229 घर चिह्नित किए गए हैं, जहां घरेलू पीएनजी कनेक्शन दिए जाएंगे।
शिवपुरी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड ने शहर को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली से जोड़ने के लिए थिंक गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को काम सौंपा है। साथ ही शिवपुरी जिले में 11 सीएनजी स्टेशन भी खोले जाएंगे। पीएनजी सप्लाई के लिए थिंक गैस कंपनी ने काम शुरू कर दिया है।
पीएनजी कनेक्शन देने का काम इसी साल के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि सभी घरों में कनेक्शन के लिए आठ साल का समय तय किया गया है।
पीजी कॉलेज शिवपुरी में वॉकेथॉन के दौरान मीडिया के सामने गेल इंडिया के अधिकारियों ने शिवपुरी शहर में पाइप से घरों में प्राकृतिक गैस सप्लाई की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गेल इंडिया विजयपुर (गुना) की लाइन से जोड़कर शिवपुरी शहर में पीएनजी सप्लाई की जाएगी। इसके लिए थिंक गैस द्वारा काम किया जा रहा है। उनकी तैयारी पूरी है, सिर्फ थिंक गैस को पाइप लाइन बिछाना है।
गेल इंडिया के कार्यकारी निदेशक एसएस अग्रवाल, मुख्य महाप्रबंधक एनके परमार, उप महाप्रबंधक (निर्माण) केसी द्विवेदी ने बताया कि भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ के तत्वावधान में रविवार को वॉकेथॉन आयोजित की गई। इसका उद्देश्य लोगों का बेहतर स्वास्थ्य, पर्यावरण व ईंधन संरक्षण है।
इसलिए लोगों को पैदल चलना चाहिए। देश के 200 शहरों में सक्षम फिट इंडिया वॉकेथॉन व सक्षम फिट इंडिया साइकेथॉन आयोजित की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि शिवपुरी में पीएनजी सप्लाई शुरू होने से एलपीजी गैस सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीएनजी स्टेशन खुलने से वाहन प्रदूषण बंद हो जाएगा और वातावरण शुद्ध रहेगा।
एलपीजी गैस से सस्ती रहेगी पीएनजी और सुरक्षित भी
वर्तमान में घरों में एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा है। सिलेंडर लीकेज से अक्सर आगजनी की घटनाएं होती रहती हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिलेंडर से रिसाव के दौरान गैस भारी होने पर नीचे रहती है लेकिन पीएनजी रिसाव में ऐसा नहीं होता। इसमें मीथेन गैस है जो हवा से हल्की है।
पीएनजी का इस्तेमाल करने के एक माह बाद बिल आएगा जबकि गैस सिलेंडर के लिए पहले एडवांस देना पड़ता है। अनुमान के आधार पर हर माह सिलेंडर इस्तेमाल से 400 रुपए की एलपीजी खर्च आता है लेकिन पीएनजी में महज 250 रुपए का खर्च रहता है। इस तरह लोगों के पैसे भी बचेंगे।
रेलवे और एनएचएआई से स्वीकृति प्रक्रिया में
पीएनजी सप्लाई के लिए कुलवारा से शिवपुरी तक 23 किमी लंबी पाइप लाइन बिछना है। पूरनखेड़ी टोल प्लाजा के पास मदर स्टेशन बनेगा। शिवपुरी शहर के अंदर छोटी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। शहर में करीब तीन सीएनजी स्टेशन एक साल में खोलने का लक्ष्य रखा गया है। बताया जा रहा है कि ट्रंक लाइन बिछाने के लिए रेलवे और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से भी अनुमति प्रक्रिया में है।
आठ साल में पूरा करना है 100 फीसदी काम
मंत्रालय ने पीएनजी और सीएनजी का काम करने के लिए समय सीमा निर्धारित की है। अनुबंध के पहले साल कोई कनेक्शन नहीं देने होंगे। दूसरे साल पीएनजी कनेक्शन 10%, तीसरे साल 20%, चाैथे साल 30%, पांचवे साल 40%, छठवे साल 60%, सातवे साल 80% और आठवे साल में 100% कनेक्शन देना हैं। स्टील पाइप लाइन का काम भी आठ साल में प्रतिशत के आधार पर तय किया है।
शिवपुरी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड ने शहर को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली से जोड़ने के लिए थिंक गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को काम सौंपा है। साथ ही शिवपुरी जिले में 11 सीएनजी स्टेशन भी खोले जाएंगे। पीएनजी सप्लाई के लिए थिंक गैस कंपनी ने काम शुरू कर दिया है।
पीएनजी कनेक्शन देने का काम इसी साल के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि सभी घरों में कनेक्शन के लिए आठ साल का समय तय किया गया है।
पीजी कॉलेज शिवपुरी में वॉकेथॉन के दौरान मीडिया के सामने गेल इंडिया के अधिकारियों ने शिवपुरी शहर में पाइप से घरों में प्राकृतिक गैस सप्लाई की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गेल इंडिया विजयपुर (गुना) की लाइन से जोड़कर शिवपुरी शहर में पीएनजी सप्लाई की जाएगी। इसके लिए थिंक गैस द्वारा काम किया जा रहा है। उनकी तैयारी पूरी है, सिर्फ थिंक गैस को पाइप लाइन बिछाना है।
गेल इंडिया के कार्यकारी निदेशक एसएस अग्रवाल, मुख्य महाप्रबंधक एनके परमार, उप महाप्रबंधक (निर्माण) केसी द्विवेदी ने बताया कि भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ के तत्वावधान में रविवार को वॉकेथॉन आयोजित की गई। इसका उद्देश्य लोगों का बेहतर स्वास्थ्य, पर्यावरण व ईंधन संरक्षण है।
इसलिए लोगों को पैदल चलना चाहिए। देश के 200 शहरों में सक्षम फिट इंडिया वॉकेथॉन व सक्षम फिट इंडिया साइकेथॉन आयोजित की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि शिवपुरी में पीएनजी सप्लाई शुरू होने से एलपीजी गैस सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीएनजी स्टेशन खुलने से वाहन प्रदूषण बंद हो जाएगा और वातावरण शुद्ध रहेगा।
एलपीजी गैस से सस्ती रहेगी पीएनजी और सुरक्षित भी
वर्तमान में घरों में एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा है। सिलेंडर लीकेज से अक्सर आगजनी की घटनाएं होती रहती हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिलेंडर से रिसाव के दौरान गैस भारी होने पर नीचे रहती है लेकिन पीएनजी रिसाव में ऐसा नहीं होता। इसमें मीथेन गैस है जो हवा से हल्की है।
पीएनजी का इस्तेमाल करने के एक माह बाद बिल आएगा जबकि गैस सिलेंडर के लिए पहले एडवांस देना पड़ता है। अनुमान के आधार पर हर माह सिलेंडर इस्तेमाल से 400 रुपए की एलपीजी खर्च आता है लेकिन पीएनजी में महज 250 रुपए का खर्च रहता है। इस तरह लोगों के पैसे भी बचेंगे।
रेलवे और एनएचएआई से स्वीकृति प्रक्रिया में
पीएनजी सप्लाई के लिए कुलवारा से शिवपुरी तक 23 किमी लंबी पाइप लाइन बिछना है। पूरनखेड़ी टोल प्लाजा के पास मदर स्टेशन बनेगा। शिवपुरी शहर के अंदर छोटी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। शहर में करीब तीन सीएनजी स्टेशन एक साल में खोलने का लक्ष्य रखा गया है। बताया जा रहा है कि ट्रंक लाइन बिछाने के लिए रेलवे और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से भी अनुमति प्रक्रिया में है।
आठ साल में पूरा करना है 100 फीसदी काम
मंत्रालय ने पीएनजी और सीएनजी का काम करने के लिए समय सीमा निर्धारित की है। अनुबंध के पहले साल कोई कनेक्शन नहीं देने होंगे। दूसरे साल पीएनजी कनेक्शन 10%, तीसरे साल 20%, चाैथे साल 30%, पांचवे साल 40%, छठवे साल 60%, सातवे साल 80% और आठवे साल में 100% कनेक्शन देना हैं। स्टील पाइप लाइन का काम भी आठ साल में प्रतिशत के आधार पर तय किया है।