करैरा। तहसील के ग्राम कुरॉल के दो किसानों ने पटवारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहसीलदार कार्यालय में शिकायती आवेदन सौंपा है। किसानों का आरोप है कि पटवारी ने उनसे गेहूं और पैसे की मांग की थी और जब उन्होंने देने से इनकार किया तो न उनकी जमीन से कई लोगों के नाम ही हटा दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम कुरॉल निवासी विनोद प्रजापति पुत्र देवलाल प्रजापति ने तहसीलदार को दिए आवेदन में बताया कि वह सर्वे नंबर 48 रकबा 1.72 हेक्टेयर क की भूमि में 1/4 हिस्से का स्वामी है। वर्ष 2024-25 के भूमि अभिलेखों में उसका नाम विधिवत दर्ज था। लेकिन वर्ष 2025-26 के रिकॉर्ड में उसका नाम हटा दिया गया है। आरोप है कि पटवारी मुकेश जाटव ने उससे 'चैत्र माह' में गेहूं मांगा था लेकिन गेहूं न दे पाने के कारण नाराज होकर पटवारी ने जानबूझकर उसका नाम भूमि रिकॉर्ड से हटा दिया।
इसी प्रकार समरथ पुत्र वैजू पाल ने भी आवेदन देकर बताया कि वह सर्वे नंबर 700 रकबा 3.37 हेक्टेयर में हिस्सा रखता है। उसका नाम 2024-25 के अभिलेखों में दर्ज था लेकिन इस वर्ष रिकॉर्ड से नाम हटा दिया गया है। समरथ का आरोप है कि पटवारी मुकेश जाटव ने उससे 5 हजार रुपए की मांग की थी और पैसे न देने पर बदले की भावना से उसका नाम भी हटा दिया। दोनों किसानों ने तहसीलदार से गुहार लगाई है कि उनके नाम भूमि रिकॉर्ड में पूर्वक्त जोड़े जाएं और पटवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
किसानों ने शिकायत की है
किसानों द्वारा शिकायत की गई है दस्तावेज निकलवा लिए है। कार्रवाई के लिए एसडीएम को प्रतिवेदन भेजा है।
कल्पना शर्मा, तहसीलदार, करैरा
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम कुरॉल निवासी विनोद प्रजापति पुत्र देवलाल प्रजापति ने तहसीलदार को दिए आवेदन में बताया कि वह सर्वे नंबर 48 रकबा 1.72 हेक्टेयर क की भूमि में 1/4 हिस्से का स्वामी है। वर्ष 2024-25 के भूमि अभिलेखों में उसका नाम विधिवत दर्ज था। लेकिन वर्ष 2025-26 के रिकॉर्ड में उसका नाम हटा दिया गया है। आरोप है कि पटवारी मुकेश जाटव ने उससे 'चैत्र माह' में गेहूं मांगा था लेकिन गेहूं न दे पाने के कारण नाराज होकर पटवारी ने जानबूझकर उसका नाम भूमि रिकॉर्ड से हटा दिया।
इसी प्रकार समरथ पुत्र वैजू पाल ने भी आवेदन देकर बताया कि वह सर्वे नंबर 700 रकबा 3.37 हेक्टेयर में हिस्सा रखता है। उसका नाम 2024-25 के अभिलेखों में दर्ज था लेकिन इस वर्ष रिकॉर्ड से नाम हटा दिया गया है। समरथ का आरोप है कि पटवारी मुकेश जाटव ने उससे 5 हजार रुपए की मांग की थी और पैसे न देने पर बदले की भावना से उसका नाम भी हटा दिया। दोनों किसानों ने तहसीलदार से गुहार लगाई है कि उनके नाम भूमि रिकॉर्ड में पूर्वक्त जोड़े जाएं और पटवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
किसानों ने शिकायत की है
किसानों द्वारा शिकायत की गई है दस्तावेज निकलवा लिए है। कार्रवाई के लिए एसडीएम को प्रतिवेदन भेजा है।
कल्पना शर्मा, तहसीलदार, करैरा