वहीं बताया जा रहा हैं कि खनियाधाना में मौजूद एसबीआई बैंक के बाहर कई दलाल मौजूद होते हैं जो कि आम लोगों के आने का इंतजार करते हैं कि कब हमारे कस्टमर आयेंगे और कब हमारी जेबे गर्म होंगी। वहीं आपको बता दे कि दलालों का एक ऐसा वीडियो भी सामने आया है जिसमें दलाल बैंक की सीढ़ियों पर बैठकर बैंक के अंदर मैनेजर के द्वारा भेजे गये सक्रिय दलालों के पास भेजा जाता हैं और उनके माध्यम से लोगों की बैंकिंग समस्या, बैंक के बाहर फार्म भरवाए जाते हैं,वहीं जानकारी के अनुसार दलाल फार्म भरने के 100,200,500 आदि रुपयों की बसूली करते हैं। खनियाधाना वहीं आपको बता दें कि समोसा,कचौड़ी वाले जो कि बैंक के बाहर ही लगे हुए होते हैं उनसे तक लोग फार्म भरवाने के लिए पहुंचते हैं।
मंडल अध्यक्ष के साथ अभद्रता
भाजपा मंडल अध्यक्ष रामकुमार यादव मायापुर ने बताया कि मैं बीते बुधवार 4 जून को मैं एक आदिवासी युवक जिसके पिता की मौत हो गई थी उसके पिता के कुछ पैसे बैंक में जमा थे बस उन्हीं को निकालने के लिए में उसको लेकर बैंक पहुंचा तथा मैंने बैंक मैनेजर से बोला कि सर यह एक लड़का हैं जिसके पिता गुजर गये हैं थोड़ा देख तो काफी समय से यह भटक रहा हैं तो इस पर बैंक मैनेजर सुखदेव झारिया ने मुझसे सीधे कहा कि तुम क्या दलाल हो जो इसे लेकर यहां आ गये हो। मैंने इसे पहले ही बोला था कि तू अब मत आना,लेकिन तुम दलाल बनके इसके साथ आये हो। जिसके बाद मैंने मैनेजर को बोला कि मैं भाजपा का मंडल अध्यक्ष हूं,तो मेरा भी कुछ दायित्व बनता हैं लोगों की मदद करने का,तो वह बोला कि मैं अब हर बात तुम्हे तो बता नहीं सकता चाहे तुम कोई मंडल अध्यक्ष बने रहो। इस प्रकार गलत व्यवहार मेरे साथ बैंक मैनेजर किया गया। जब वह मेरे साथ ऐसे पेश आ सकता हैं तो बाकी के आम लोगों के साथ कैसे पेश आता हों। वहीं आपको बता दे कि इसका व्यापारियों के साथ ही बहुत गंदा व्यवहार रहता हैं
एसबीआई बैंक मैनेजर जवाबों के जवाब नहीं दे सका,फोन काट दिया
जब इस संबंध में खनियाधाना एसबीआई बैंक मैनेजर सुखदेव झारिया पदस्थ बैंक शाखा खनियाधाना से बात की तो उनके द्वारा बताया गया कि इस संबंध में हम फोन पर बात नहीं कर पाएंगे,अगर आपको जानकारी चाहिए तो हमारे ब्रांच मैनेजर साहब से बात कर सकते हैं,जब मैनेजर से पूछा गया कि आपके द्वारा भारतीय जनता पार्टी मायापुर के मंडल अध्यक्ष के साथ बदतमीजी की गई तो बस इतना सुनकर मैनेजर साहब ने फोन काट दिया। उसके बाद उनको फोन लगाते रहे,लेकिन मैनेजर साहब ने फोन रिसीव नहीं किया।