शिवपुरी। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय ग्वालियर से आये 18 कृषि स्नातक के चतुर्थ वर्ष के छात्र ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम (रावे) अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी के समन्वय में जिले की कृषि विविधता एवं नवाचारों को भी सीख रहे हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. पुनीत कुमार के निर्देशन में रावे कृषि छात्र विभिन्न मूल्यवान उद्यानिकी फसलों जिसमें स्ट्रॉबेरी, ड्रैगनफूट, ब्रोकली, लेट्यूस, बीन्स, मूली गोल एवं लंबी, चुकंदर, फूलों की खेती इत्यादि के प्रदर्शन यूनिटों में रखरखाव, स्थापना एवं प्रबंधन गतिविधियों को कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.एम.के.भार्गव एवं वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डॉ.नीरज कुमार कुशवाहा के दिशा-निर्देश में प्रायोगिक गतिविधियों को सीखकर तकनीकियों से कृषकों को भी रूबरू करा रहे हैं।
27 नवम्बर को कृषि विज्ञान केन्द्र पर मूल्यवान फसलों के रखरखाव में तकनीकी कार्यों को कृषि छात्रों राज प्रताप सिंह भदौरिया, अमित पटेल, राजीव सिंह भदौरिया, अनुज, अनिकेत चतुर्वेदी, विजय मूडू द्वारा कृषि तकनीकी प्रदर्शनों से ग्रामीण युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार मूलक कृषि स्टार्टअप, उद्यमिता एवं ग्राम रातौर के कृषकों तथा स्कूल छात्रों को भी इस काम में निरंतर जानकारियां बतलाई जा रही हैं।
शिवपुरी जिले की कृषि विविधता में मूल्यवान फसलों में टमाटर के साथ-साथ आने वाले समय में यह फसलें भी लाभकारी होंगी। इसके बारे में कृषि विज्ञान केन्द्र पर परीक्षण सह प्रदर्शनों के द्वारा भी अवगत कराया जा रहा है।