शिवपुरी। हमारे नियुक्ति मरीज को उपचार देने के लिए हुई है और स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को संभालने की है, ना कि गांव गांव जाकर घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाने की। हमारे काम के साथ जिला प्रशासन द्वारा मजाक उड़ाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई है और सी एच ओ भी कलेक्टर के आदेश के बाद परेशान है। ऐसे में हम लोग अब किसी भी कीमत पर यह काम नहीं करेंगे।
इसीलिए हम सबने विरोध प्रदर्शन कर सीएमएचओ कार्यालय पर नारेबाजी की है। यह बात सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए ऑल इंडिया एसोसिएशन आफ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर शिवपुरी जिला अध्यक्ष शांति शरण शर्मा के साथ मौजूद पदाधिकारी और सदस्यों ने कही।
पदाधिकारी ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा प्राथमिक उपचार एवं 12 प्रकार के स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु हमारे नियुक्ति है। हमारा मासिक वेतन भुगतान भी मूल वेतन और प्रोत्साहन राशि 15000 रुपए है, जो कि कुल वेतन का 37 फीसदी है। शिवपुरी जिले में मुख्य कार्य से हटाकर हमें प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने का काम सौंपा गया है।
जबकि आयुष्मान भारत निरामय मध्यप्रदेश एवं मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश की अनुसार आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ग्राम रोजगार सहायक और आशा कार्यकर्ता के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायता समूह के सदस्य, उचित मूल्य दुकान के धारक अधिकृत हैं।
डॉक्टर की जिम्मेदारी निभाने वाले 120 से अधिक लोगों को प्रशासन ने ऑपरेटर बना दिया है। हमें कोई अतिरिक्त लाभ या सहायता इस आयोजन से नहीं मिलती, जबकि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ग्राम रोजगार सहायकों, आशा कार्यकर्ताओं, केवाईसी के लिए प्रोत्साहन राशि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के खातों से आवंटित की गई है। अब हम यह नियम विरुद्ध काम करने तैयार नहीं है।
जिले के समस्त रिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र का प्रभार देकर वहां की फर्जी दैनिक ओपीडी और अन्य दैनिक ऑनलाइन रिपोर्टिंग करने का दबाव भी हम पर है। यही नहीं हमारे कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की अनावश्यक वेतन काटने की कार्रवाई की गई और 7 दिन का वेतन उनका काटा गया। जबकि कोई साप्ताहिक अवकाश का लाभ भी नहीं दिया जा रहा। ऐसे में लंबित प्रोत्साहन राशि का भुगतान और मासिक वेतन समय पर दिया जाए साथ ही सभी कर्मचारियों के लिए मासिक ऑनलाइन रिपोर्टिंग का कार्य हर दिन के लिए बंद किया जाए, ताकि हम परेशान न हो।
इस मामले में सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषिश्वर का कहना है कि जो भी काम सौंपा जा रहा है। उसे करना उनकी जिम्मेदारी है। अनुशासनहीनता के जिलाध्यक्ष को नोटिस भेजा है।