शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सहकारता में हुए महाघोटाले की परते उखडना शुरू हो गई है। कोलारस के केंद्रीय सहकारी बैंक में 80.52 करोड़ रुपए गबन के मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए चपरासी से कैशियर बने राकेश पाराशर ने बैंक को लूटा हैं और राकेश पाराशर को उसकी गर्लफ्रेंड पिंकी पाराशर ने। इस काण्ड में सह आरोपी बनाए गए करैरा के भाई बहन पिंकी यादव और पवन यादव की संम्पति पुलिस रिमांड के बाद बढ़ती जा रही हैं अनुमान लगाया जा रहा हैं पाराशर की पिंकी पाराशर से ज्यादा पैसे वाली हैं।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पिंकी यादव के ननिहाल से हार्वेस्टर और स्कॉर्पियो कार पुलिस ने बरामद की है। वहीं पवन यादव की इंदौर में बन रही लग्जरी बस को पुलिस ने जब्ती में ले लिया है। इसके अलावा पुलिस बहन-भाई पिंकी व पवन के शिवपुरी शहर में स्थित दो मकानों को सीज करने से पहले दोनों की रजिस्ट्रियां खंगाली जा रही हैं।
कोलारस थाना पुलिस ने वृंदावन से भृत्य राकेश पाराशर और करैरा से पिंकी यादव व पवन यादव को गिरफ्तार कर 17 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर लिया था। गबन का मामला बड़ा होने से पुलिस ने तीनों को दूसरी बार कोर्ट से 22 जनवरी तक रिमांड पर लिया है। इस दौरान पिंकी यादव की निशानदेही पर उसकी ननिहाल उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित कोछा भंवर से एक हार्वेस्टर व स्कॉर्पियो गाड़ी जब्त कर ली है।
बताया जा रहा है कि पिंकी ने स्कॉर्पियो गाड़ी अपनी बड़ी बहन के नाम रजिस्टर्ड कराई थी। इसके अलावा पिंकी के भाई पवन यादव द्वारा इंदौर में चेचिस पर नई लग्जरी बस तैयार कराई जा रही थी। पुलिस टीम ने इंदौर जाकर उक्त बस को जब्ती में ले लिया है। बता दें कि पवन यादव से पुलिस पहले ही एक एसयूवी कार जब्त कर चुकी है। अब तक चार वाहन जब्त हो गए हैं। वही इससे पूर्व राकेश पाराशर के सील्ड मकानो को खोला था और वहां से भी अचल संपत्ति के कागजात निकले थे।
भगवान के नाम पर घोटाला
सीबीसी शाखा कोलारस में भृत्य से सीधे कैशियर की जिम्मेदारी मिलने के बाद भृत्य राकेश पाराशर पर पैसा दिखने लगा तो लोगों को भ्रम में डालने के लिए भगवान की कृपा कहता और लोगों में हवा बना दी की उसे गडा हुआ धन मिला हैं इस कारण ही उसने मंदिर निर्माण कराया था। भगवान के नाम पर बनाई गई हवा में देश के अन्नदाता का पैसा हवा कर दिया।
पिंकी और पवन के नाम पर मिले मकान
पिंकी और पवन के नाम से शिवपुरी व करैरा में चार मकान पुलिस ने चिन्हित किए हैं। पिंकी व पवन ने पुलिस को बताया कि उक्त मकान उनके नाम पर ही हैं। शिवपुरी शहर की दर्पण कॉलोनी में एक मकान की कीमत एक करोड़ रुपए आंकी जा रही हैं। जबकि दूसरा मकान लगभग पचास लाख रुपए कीमत का बताया जा रहा हैं। दोनो मकान को सीज करने से पहले पुलिस रजिस्ट्रियां मंगा रही हैं। इस तरह करैरा के मकान भी सीज किए जाएगें। बताया जा रहा है कि यह चारों मकान गवन की राशि से ही खरीदे हैं।