SHIVPURI NEWS - सीवर प्रोजेक्ट की मैन लाइन कंपलीट, लेकिन टेस्टिंग की तारिख तय नही

Bhopal Samachar

शिवपुरी।  शिवपुरी में सीवर प्रोजेक्ट वर्ष 2013 में शुरू हुआ था। बेहद धीमी गति से चल रहे इस प्रोजेक्ट की लागत बढ़ते-बढ़ते 67 करोड़ से अब 111 करोड़ तक पहुंच गई है, परंतु प्रोजेक्ट पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है, हालांकि पिछले हफ्ते इस बहुप्रतिक्षित सीवर प्रोजेक्ट की मैन लाइन कम्पलीट हो गई है। अब इस मैन लाइन की टेस्टिंग होना है, परंतु अभी भी टेस्टिंग की तारीख तय नहीं है।

ऐसे में अभी भी तारीख मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। जनता को सीवर लाइन कनेक्शन कब तक मिलेंगे, अभी यह भी तय नहीं हो सका है। पीएचई के ईई का कहना है कि नगर पालिका डीपीआर बना रही है। डीपीआर स्वीकृत होते ही, टेस्टिंग होगी और टेस्टिंग पास होते ही लाइन नगर पालिका को हैंडओवर हो जाएगी, इसके बाद आगे की सारी प्रक्रिया नगर पालिका द्वारा की जाएगी।

सुस्त प्रोजेक्ट और जंग खा रहीं करोड़ों की मशीनें

यहां बताना होगा कि ठेकेदार ने ट्रीटमेंट प्लांट तो बनाकर तैयार कर लिया और वहां मशीनें भी सालों पूर्व लग चुकी हैं। इधर पाइप लाइन बिछाने का काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि प्लांट पर लगी मशीनें ट्रीटमेंट करने से पहले ही जंग खाने लगी हैं। ऐसे में अगर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने के उपरांत अगर मशीनों में खराबी आना शुरू हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।

18 महीने तक ठेकेदार ही चलाएगा प्लांट

अधिकारियों कि मानें तो प्रोजेक्ट की शर्तों के अनुसार परियोजना पूरी होने के उपरांत 18 महीने तक दिल्ली की उसी एजेंसी जैन एंड राय कंपनी को यह सीवर प्रोजेक्ट चलाना है, जिसने इसका निर्माण किया है। ऐसे में ट्रीटमेंट प्लांट पर मशीनों में खराबी आदि का मसला शासन को नहीं देखना है। 18 महीने पर प्रोजेक्ट नगर पालिका को हैंडओवर किया जाएगा, उसके बाद यह तय होगा कि नगर पालिका प्लांट खुद चलाती है या फिर किसी और को ठेके पर देती है।

इनका कहना है
सीवर प्रोजेक्ट की मैन लाइन कम्पलीट हो चुकी है, लेकिन टेस्टिंग कब तक हो पाएगी यह कह पाना अभी मुश्किल है, क्योंकि नपा डीपीआर तैयार कर रही है। डीपीआर स्वीकृत होने के उपरांत ही लाइन टेस्टिंग हो सकेगी। एलपी सिंह, इंई, पीएचई।

अभी भी यह होना है
2013 में जब शिवपुरी की यह सीवर परियोजना शुरू हुई थी तो शहर की जनता को तारीख दी गई थी कि यह परियोजना महज 21 महीने में पूरी हो जाएगी। इसके बाद तारीख पर तारीख मिली परंतु परियोजना 11 साल बाद इस प्रोजेक्ट की सिर्फ मैन लाइन डलकर कम्पलीट हुई है।

अभी ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत कनेक्शन होना है, विद्युत कनेक्शन होने के उपरांत सालों पहले लग चुकी प्लांट की मशीनों की स्थिति की टेस्टिंग होना है।

नपा की डीपीआर स्वीकृत होने के उपरांत सीवर की मैन लाइन की टेस्टिंग होना है।
डीपीआर के आधार पर कनेक्शनों की संख्या का निर्धारण हो सकेगा।
नगर पालिका इसके आधार पर शहर में सीवर के कनेक्शन प्रदान करेगी।