SHIVPURI NEWS - दबंग भीका ने किया आम रास्ते को तार फेंसिंग करके लॉक,किसान खेतो पर नही जा सकते

Bhopal Samachar

 शिवपुरी । शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय पर आज कुछ किसान शिकायत लेकर पहुंचे कि जिस रास्ते से होते हुए हम किसान अपने अपने खेतों पर जाते हैं उसी रास्ते को गांव के एक युवक ने तार फेंसिंग कर कब्जा कर बंद कर दिया गया हैं जिससे हम किसान अपने खेतों पर नहीं जा पा रहे हैं और यह बुवाई का समय चल रहा हैं। अगर हम किसानों ने बुवाई नहीं की तो हम आगे क्या खायेंगे। और अपने बच्चों का भरण पोषण कैसे करेंगे।

जानकारी के अनुसार ग्राम सिंघारई तहसील रन्नौद शिवपुरी के रहने वाले अनिरुद्ध यादव ने बताया कि हमारी कृषि भूमि ग्राम सिंघारई तहसील रन्नौद में स्थित है हम खेती कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। अनिरुद्ध ने बताया कि राजू, अनिरूद्ध यादव,अनिल यादव,नीरज यादव, लल्लू गुर्जर,हरिराम,इन्द्रसेन, आदि का कृषि भूमि पर आने जाने हेतु एक शासकीय रास्ता स्थित है जिसे हम अपने पूर्वजों के समय से उपयोग करते चले आ रहे थे लेकिन इस वर्ष शासकीय रास्ता जिसका भूमि सर्वे नं. 710, 709 है को भूरा जाटव पुत्र भीका जाटव निवासी ग्राम सिंघारई थाना इंदार जिला शिवपुरी द्वारा ने तार फेंसिंग करके अपनी कृषि भूमि में मिला लिया है इसी कारण उपरोक्त रास्ता स्थाई रूप से बंद हो गया है।

तार फेंसिंग कर रास्ता रोका,नहीं जा पा रहे किसान खेतों पर
भूरा जाटव ने रास्ते पर तार फेंसिंग कर रोक दिया गया, जिसके कारण हम ग्रामीण अपनी अपनी भूमि पर कृषि कार्य करने हेतु कृषि यंत्र आदि नहीं ले जा पा रहे है इसी कारण हम ग्रामीणों ने अपनी अपनी भूमियों पर अभी तक फसल बुआई का कार्य भी नही कर पाया है इसी कारण हमारी कृषि भूमियां बगैर फसल के खाली पडी हुई है।

रास्ता मुक्त नहीं कराया गया तो हम किसान बुवाई नहीं कर पाएंगे
शासकीय रास्ते को शीघ्र अतिशीघ्र भूरा जाटव के कब्जे से मुक्त नही कराया गया तो हम किसान अपनी अपनी भूमि में फसल की बुआई नहीं कर पायेंगे जिससे हमें भूखे मरने की स्थित उत्पन्न हो जायेगी,अपूर्णिय क्षति होगी जिसकी क्षतिपूर्ति धन के रूप में किया जाना संभव है। इस समय फसल बुआई का समय चल रहा है यदि समय रहते उक्त रास्ते को नहीं खुलवाया गया तो हम किसान अपनी अपनी भूमि पर फसल बुआई नहीं पायेगे इसी कारण उपरोक्त शासकीय रास्ते को भूरा जाटव के कब्जे से मुक्त कराया जाना आवश्यक एवं न्यायोचित होगा।