शिवपुरी। शासन की जनहितकारी संबल योजना में 26 जिंदो लोगों को मृत बताकर लाखों रुपए का घोटाला करने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार को पुलिस ने शनिवार को ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया। फरार कंप्यूटर ऑपरेटर ग्वालियर में अपनी ससुराल मे छुपा था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस घोटालेबाज ऑपरेटर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। पुलिस ने इस घोटाले की परतें उखाड़ने के लिए 3 दिन का रिमांड मांगा था जो न्यायालय ने स्वीकृत कर दिया है।
जैसा कि विदित है कि पुलिस ने शिवपुरी जनपद सीईओ गिर्राज शर्मा की शिकायत पर शिवपुरी में रहे जिला पंचायत सीईओ गगन बाजपेई और जिला पंचायत सीईओ राजीव बाजपेई सहित कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार, शाखा प्रभारी साधना चौहान सहायक ग्रेड 3 , लता दुबे सहायक ग्रेड 3 पर धोखाधड़ी की धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया था।
कोतवाली प्रभारी अमित भदौरिया ने बताया कि पुलिस ने आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार को ग्वालियर के माधौगंज थाना क्षेत्र के आपागंज से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने ससुराल में छिपा था। आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
बता दें कि मप्र भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल द्वारा पंजीकृत श्रमिकों को दी जो वाली अंत्येष्टि व अनुग्रह सहायता के नाम पर शिवपुरी जनपद में 93ण्56 लाख रुपए की राशि का गबन किया गया था। जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में गठित समिति के द्वारा इस मामले की जांच की गई थी। जांच रिपोर्ट में 26 लोगों के नाम पर केस बनाकर राशि को खुर्दबुर्द करना पाया गया था। इस मामले में पकड़े गए कम्प्यूटर ऑपरेटर की भूमिका सबसे ज्यादा मानी जा रही है। कम्प्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार द्वारा दो जनपद सीईओ को डिजिटल सिग्नेचरों के जरिए राशि जारी कर दी थी।
जानकारी के अनुसार कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार पहला मामला 15 दिसंबर 2022 को फिजिकल थाना में दर्ज कराया थाए तभी इस मामले का खुलासा हुआ था। कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार ने इंदरगढ़ के रहने वाले हरिओम शर्मा पुत्र रघुवर दयाल शर्मा को मृत बताकर उसकी पत्नी भारती शर्मा के खाते में 4 लाख 6 हजार रुपए कैनरा बैंक में भुगतान दर्शाया था।
शिकायत की जांच कराई तो कम्प्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र परमार की महिला मित्र पलक शर्मा के खाते में भुगतान पाया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। तभी से इसकी बारीकी से जांच एक तीन द्वारा की गई थी इसके बाद पुलिस ने दो जनपद सीईओ सहित कंप्यूटर ऑपरेटर और दो महिला बाबू के खिलाफ मामला दर्ज किया था।