कोलारस। खबर जिले के कोलारस थाने से आ रही है। जहां पुलिस ने एक चोरी के आरोपी को रंगे हाथों पकडे जाने के बाद भी छोड दिया। उक्त चोर आदतन अपराधी है और उसने कई बारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया था। परंतु पुलिस ने इसे छोड किस आधार पर दिया यह समझ से परे है।
जानकारी के अनुसार कोलारस थाना क्षेत्र के पडोरा गुरुद्वारे पर काफी समय से चोरी की बारदाते घटित हो रही थी। बुधवार की सुबह एक शातिर चोर गुरुद्वारा प्रंबंधन की गाडी की बैटरी चोरी कर भाग रहा था, चोर की आहट सुनकर गुरुदारा के सेवादार उठ गए और चोर को पकड़ लिया। गुरुद्वारा प्रंबंधन के लोगों ने चोर को बमुश्किल अपने काबू में कर चोर की वीडियोग्राफी करने के बाद कोलारस पुलिस के हवाले कर दिया।
इस दौरान वीडियो में शातिर चोर पूर्व में गुरुद्वारा से चोरी की गई अन्य वारदातों को स्वीकारते हुए चोरी किए गए माल को शिवपुरी, लुकवासा और बदरवास में कबाडियों के यहां बेचा जाने का जुर्म कबूल रहा है। जब पुलिस ने उक्त आरोपी से उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम जोगा सिंह पुत्र बलबीर सिंह सरदार निवासी बिजरोनी थाना इंदार बताया।
उक्त आरोपी की वीडियोग्राफी शिवपुरी समाचार के पास भी मौजूद है, जिसमें चोर गुरुद्वारे पर पूर्व में अंजाम दी गई चोरी की अन्य वारदातों को कबूल रहा है। फरियादियों ने कहा कि हमने चोर पकडकर कोलारस पुलिस के हवाले किया था पर पुलिस ने उसे थोडा समय थाने में रखा और पतारशी कर छोड़ दिया। परमजीत सिंह ने बताया कि पडोरा पर सेवादार का काम करता हूं।
बुधवार की रात्रि करीब 3:00 बजे गुरुद्वारा की टाटा गाड़ी गुरुद्वारा चौक में खड़ी थी परमजीत बाथरूम के लिए चौक में आया तो गाड़ी में खटर पटर की आवाज सुनाई पड़ी परमजीत ने देखा कि चोर बैटरी निकाल कर मोटरसाइकिल पर रखकर भाग रहा है, परमजीत के चिल्लाने की आवाज सुनकर सभी लोग जाग गए और चोर को पकड़ लिया चोर की वीडियो रिकॉर्डिंग करने के बाद चोर व उसकी बाइक को लेकर कोलारस थाने पहुंचे थे।
इनका कहना है
यह मामला 379 का है जिसमें 7 साल से कम की सजा है। जिसके चलते हम आरोपी को नोटिस पर छोडते है। अब 380 की एफआईआर दर्ज होती तो वह जेल जाते। अब अन्य चोरियां बाद में कबूल की है तो उसे फिर से बुलाकर हम पूछताछ करेंगें
अमरनाथ वर्मा,एसडीओपी कोलारस।