करैरा को उद्यानिकी के क्षेत्र में आदर्श विकासखण्ड बनाया जाएगा: उद्यानिकी मंत्री कुशवाह

Bhopal Samachar
शिवपुरी। प्रदेश के उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्री भारत सिंह कुशवाह आज शिवपुरी भ्रमण पर आए और उन्होंने करैरा में आयोजित एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के अतिथि मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रदेश के दस संभागों में 20 आदर्श विकासखंड का चयन किया गया है। जिसमें करैरा भी शामिल है। यदि किसान अपनी आय दुगुना करना चाहते हैं तो नई तकनीकों का उपयोग अवश्य करें। आज उसी का प्रशिक्षण देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। 

मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि सरकार किसान हितैषी कार्य कर रही है। किसान स्वयं समीक्षा करें और यह देखें कि किसानों के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही है उनसे क्या लाभ मिल रहा है। आज यह प्रयास है कि अधिक से अधिक किसानों को योजनाओं का लाभ मिले। किसान अपने आप को परंपरागत कृषि तक सीमित न करे, नई तकनीकों का उपयोग करें। उत्पादन और प्रसंस्करण सही ढंग से होगा तो मुनाफा भी अच्छा होगा। 

उन्होंने कहा कि किसानों के समूह बनाकर कोल्ड स्टोरेज यूनिट स्थापित की जाएगी। कोल्ड स्टोरेज की सुविधा से उत्पाद सुरक्षित रहेगा और सही दाम मिलने पर बेचा जाएगा तो निश्चित रूप से किसानों की आय दुगुनी होगी। किसान उत्पादन के साथ प्रसंस्करण यूनिट स्वयं स्थापित करे सरकार इसमें सब्सिडी देगी। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी नेे की। जसवंत जाटव, कप्तान सिंह, संयुक्त संचालक उद्यानिकी विभाग आरके राजौरिया उपस्थित थे। कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि सरकार किसानों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है। सभी इन योजनाओं का लाभ लें। आज की तकनीक का उपयोग कर कृषि से अधिक लाभ कमाएं। पूर्व विधायक जसवंत जाटव ने धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश के 20 विकासखंडों में करैरा का चयन किया गया है। 

जिसे उद्यानिकी के क्षेत्र में मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें किसान भी रुचि लें और योजनाओं का लाभ लें। उद्यानिकी विभाग से जु?कर तकनीकी का उपयोग कर खेती को लाभ का धंधा बनाये। इससे किसानों की आय को दुगुना करने का संकल्प पूरा होगा।

उद्यानिकी विभाग के संयुक्त संचालक आर के राजौरिया ने कार्यक्रम में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में उद्यानिकी को एक मॉडल के रूप ने दिखाना है। उसके लिए प्रदेश में कुछ स्थानों को चिन्हित किया गया है। जिसमें शिवपुरी जिले का भी नाम है। यहाँ टमाटर का 12 हजार हैक्टेयर का बड़ा रकवा है। इसमें करेरा को विशेष रूप से शामिल किया गया है। आत्मनिर्भर भारत के तहत खाद्य प्रसंस्करण योजना में भी विकासखंड को जोड़ा जाएगा। 

मॉडल के रूप में यहाँ सभी सुविधाएं तैयार की जाएंगी। क्लस्टर बनाकर काम किया जाएगा। यहां फल का रकवा अभी कम है। इसे बढाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही मसाले और फूल की खेती को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

मॉडल विकासखंड के रूप में विकसित करने में यहां कार्यालय स्थापित किया जाएगा। जहां से आमजन को विभाग की योजनाओं और पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब प्रसंस्करित किस्मों की ओर किसान को ले जाया जाएगा। जिससे किसानों को अच्छा दाम मिलेगा और लाभ होगा। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक अशोक सिंह राजपूत ने स्वागत भाषण दिया और विभाग की योजनाओं की जानकारी दी।
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